झज्जर के नया गांव में डंपिंग स्टेशन की चारदीवारी का 40 लाख रुपए का बिल सामने आया है। यह बिल निर्माण एजेंसी की ओर से भेजा गया है। नगर परिषद चेयरपर्सन सरोज राठी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए बिल का भुगतान रोक दिया। उनका कहना है कि यह बिल पूरी तरह फर्जी है।
उन्होंने कहा कि जब ये बिल मेरे पास भुगतान के लिए आया तो मुझे उसी समय शक हो गया था। सरोज राठी ने बिल को लेकर संबंधित अधिकारियों को पत्र 10 बिंदुओं पर लिखकर दो दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही मामले में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भी पत्र लिखा है।
10 जनवरी 2021 को संबंधित अधिकारियों ने दी रिपोर्ट
चेयरपर्सन ने अपने पत्र में कहा है कि जॉब संख्या 983 के तहत डंपिंग स्टेशन की चारदीवारी का काम जनवरी 2021 में ही पूरा हो गया था। 10 जनवरी 2021 को संबंधित अधिकारियों ने कंपलीशन रिपोर्ट भी दी थी।
21 जनवरी 2021 को इसका तीसरा व अंतिम बिल भी पास हो गया था। ऐसे में करीब 40 लाख रुपये से ज्यादा राशि का गबन करने के इरादे से एक और बिल उनके पास भुगतान के लिए भेजा गया है।
चेयरपर्सन ने कहां कि इस काम का एस्टीमेट 1.44 करोड़ था और वर्क आर्डर 1.59 करोड़ का था। ऐसे में 1.66 करोड़ का बिल पास कर दिया गया। 7 लाख 64 हजार रुपये की राशि किस नियम और किसकी अनुमति से ठेकेदार को अदायगी की गई।
40 लाख रुपये का बिल किया पेश
इस काम का तीसरा और फाइनल बिल किस-किस अधिकारी ने सत्यापित किया और किसके आदेश पर इसका भुगतान किया गया। काम की कंप्लीशन होने के बाद भी नए सिरे से बिल किस अधिकारी की अनुमति से पेश किया गया। कंप्लीशन रिपोर्ट होने के बाद भी किस अधिकारी से रिवाइज तकनीकी रिपोर्ट ली गई।
इस रिपोर्ट को लेने के लिए नप कार्यालय द्वारा प्रेषित पत्र की प्रति चेयरपर्सन ने मांगी। 40 लाख के मौजूदा बिल को लेकर थर्ड पार्टी रिपोर्ट, सैंपल रिपोर्ट और मॉनिटरिंग रिपोर्ट के लिए नप द्वारा किए गए पत्राचार की प्रति मांगी। यह काम 1.59 करोड़ का था। ऐसे में 40 लाख रुपये का बिल पेश किया गया है तो यह काम 2.06 करोड़ का हो गया।