झज्जर के बाबरा गांव में पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इसमें दोनों पक्ष के कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने दोनों पक्ष की शिकायत पर 16 लोगों पर केस दर्ज किया है।
बाबरा गांव निवासी भरत सिंह ने पुलिस में शिकायत दी है कि वह 17 सितंबर को अपने मकान के आगे हुक्का पी रहा था। उसके साथ राजेन्द्र, जोगेंद्र, कुलदीप, वेदप्रकाश बैठे थे। अचानक वेदपाल की मकान की छत से वेदपाल ने ईंट-पत्थर मारना शुरु कर दिया। इसके बाद हम सभी वहां से बचकर भागने लगे तभी अनिल और संजय, विजय, सतप्रकाश, कृष्ण निवासी बाबरा भी वहां आ गए। इन सभी ने मिलकर पांचों को ईंट औऱ डंडों से चोटें मारी। जान से मारने की धमकी दी। उसने बताया कि संजय पर पहले भी 307 का केस चल रहा है। पुलिस ने शिकायत पर अनिल, संजय, विजय, वेदपाल, सत्यप्रकाश, कृष्ण के खिलाफ केस दर्ज किया है।
दूसरे पक्ष की शिकायत पर दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज
बाबरा निवासी वेदपाल ने पुलिस में शिकायत दी है कि 17 सितंबर की रात को वो और उसकी मां घर पर थे। तभी मेरी मां की बचाओ-बचाओ की आवाज मुझे गेट के पास से सुनाई दी। उसने गेट के पास जाकर देखा कि उसकी मां के पैर से काफी खून बह रहा था। उनके गेट पर जोगिन्द्र और भरत धक्के मारकर गेट के अन्दर घुस गए थे और धमकी दे रहे थे कि इनके परिवार को आज खत्म करना है। इन लोगों ने उन पर हमला कर दिया और ईंट-पत्थर फेंके। सतप्रकाश को चोट ज्यादा होने की वजह से उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया जबकि संजय, अनिल, बिमला और वेदपाल का अस्पताल में इलाज चल रहा है। दूसरे पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
अस्पताल में भी आकर मारने के लगाए आरोप
वेदपाल ने आरोप लगाया कि रामचन्द्र ने सिविल अस्पताल में आकर उसकी गर्दन दबोच ली और उसे धमकी दी कि मौका मिलते ही तुझे और तेरे परिवार को मौत के घाट उतार देंगे। पुलिस ने इस मामले में जोगेंद्र, भरत, सतबीर, रामचंद्र, सचिन, मुकेश, रिंकू उर्फ कुलदीप, जितेंद्र, मनोज, जयभगवान के खिलाफ केस दर्ज किया है।