Jind में बाल विवाह निषेध टीम ने 12 साल की नाबालिग लड़की की शादी रुकवाकर एक बड़ा कदम उठाया। यह बारात करनाल से आई थी, जिसमें 31 वर्षीय व्यक्ति लड़की से शादी करने आया था।
घटना का विवरण
लड़की के घर वालों ने तकरीबन 2 घंटे तक लड़की के दस्तावेज़ दिखाने से इनकार किया। बाल विवाह निषेध टीम ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। आखिरकार, परिवार ने सहयोग किया और लिखित बयान दिया कि लड़की के बालिग होने तक उसकी शादी नहीं करेंगे।
परिवार की स्थिति
लड़की के पिता मजदूर हैं और मां अशिक्षित हैं। गरीबी और सामाजिक दबाव के कारण परिवार ने यह कदम उठाया, लेकिन टीम ने उन्हें बाल विवाह के खतरों और इसके कानूनन अवैध होने के बारे में समझाया।
बाल विवाह निषेध टीम का सराहनीय कदम
इस कार्रवाई ने एक नाबालिग लड़की को बाल विवाह से बचाया। टीम ने यह सुनिश्चित किया कि परिवार भविष्य में भी ऐसी कोशिश न करे।
यह घटना बाल विवाह जैसी सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। प्रशासन ने परिवार और समुदाय से अपील की है कि नाबालिगों की शादी रोकने में मदद करें और उन्हें शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए प्रोत्साहित करें।