कैथल में पानी के कारण गोदामों में करीब 22 हजार मीट्रिक टन गेंहू के खराब हो जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि हैफेड के एक गोदाम में रखे गेहूं में पानी डाल दिया गया है। मामले में अब अधिकारियों ने 4 सदस्यों की कमेटी का भी गठन कर दिया है। बताया जा रहा है कि ऐसा भ्रष्टाचार करने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा था।
मिली जानकारी अनुसार शहर के जींद रोड पर हैफेड कार्यालय कर गोदाम में गेहूं की बोरियों पर पानी डाला गया। यह सूचना मिलने के बाद अधिकारियों ने 4 सदस्यों की कमेटी बना दी है। इस घटना की जानकारी हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत को दी गई। पिछले साल भी गोदामों में करीब 22 हजार मीट्रिक टन गेहूं को पानी डाल खराब करने का मामला सामने आया था।
बीपीएल, मिड-डे मील और राशन डिपो में भेजा जाता है गेंहू
गेहूं की बोरियों का वजन बढ़ाने के उद्देश्य से इन पर पानी डाला जाता है। यह राशन बीपीएल, मिड-डे मील और राशन डिपो में भेजा जाता है। बताया जा रहा है कि ऐसा ही पिछले वर्ष भी घटित हुआ था। उस दौरान भी किसी के द्वारा गेंहू में पानी डाल दिया गया था, जिससे करीब इतना ही गेंहू खराब हो गया था। पानी डालने की स्थिति से नुकसान जनता का ही है, क्योंकि इस गेंहू को राशन डिपो एवं मिड डे मील में ही भेजा जाना था। ऐसे में पानी डालकर वजन बढ़ाकर क्या लाभ होगा।

