करनाल के तरावड़ी क्षेत्र में हाल ही में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें हैरियाणा सभी के भर्ती और विकास निगम (हेफेड) के जनरल मैनेजर, प्रबंधक, और अकाउंटेंट को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। आरोपियों के कब्जे से 12.50 लाख रुपए बरामद किए गए हैं।
आरोप हैं कि इन आरोपियों ने एक 36.50 लाख रुपए के बिल को पास करने के लिए साढ़े 12 लाख की रिश्वत मांगी थी। मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने तीनों आरोपियों को गहन पूछताछ के लिए आज कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेने का निर्णय लिया है, ताकि और भी शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जा सके।
एंटी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक हेफेड (तरावड़ी) के जनरल मैनेजर प्रदीप को साढ़े 3 लाख रुपए लेते हुए पकड़ा गया है, उसकी निजी कार से 5.46 लाख, अकाउंटेंट अजय से 1.10 लाख और मैनेजर धर्मबीर की कार से 2.46 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। तीनों आरोपियों ने 36.50 लाख रुपए के पेंडिंग बिल को पास करने के लिए साढ़े 12 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।

बिना वजह मांगी थी रिश्वत
मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को मिली सूचना के अनुसार हेफेड के जनरल मैनेजर, प्रबंधक, और अकाउंटेंट ने बिना वजह रिश्वत मांगी थी और इस पर शिकायतकर्ता ने करनाल एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत की थी। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने प्लानिंग के तहत आरोपियों को रिश्वत के साथ पकड़ा है और इस मामले में शामिल अन्य लोगों को भी गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।