मुख्यमंत्री उडनदस्ता Karnal की टीम द्वारा आज Panipat के तहसील कैम्प स्थित पटवारखाने का औचक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण आमजन से मिली गुप्त सूचनाओं के आधार पर किया गया, जिसमें बताया गया था कि पटवारी समय पर कार्य नहीं कर रहे और आमजन का काम नहीं हो रहा।
निरीक्षण में पाई गईं अनियमितताएं

निरीक्षण के दौरान, कुल 14 पटवारियों में से 2 पटवारी अन्य स्टेशन ड्यूटी पर और 1 पटवारी अवकाश पर पाया गया, जबकि कोई भी कर्मचारी गैर हाजिर नहीं था। इस दौरान, पटवारखाने में मौजूद अन्य प्राइवेट व्यक्तियों के बारे में जानकारी मिली कि वे पटवारियों के सहायक के रूप में काम कर रहे थे, जिनसे काम के बदले पैसे की साठ-गांठ की जाती है।
कई अन्य गंभीर अनियमितताएं पाई गईं

- इंतकाल कार्यों में देरी: सुनहरा सिंह नामक एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी रजिस्ट्री 8 अप्रैल 2024 को हुई थी, लेकिन आज तक उसका इंतकाल दर्ज नहीं किया गया।
- अधूरे आवेदन: पटवारियों के पास कई पुराने रजिस्ट्री इंतकाल आवेदन पेंडिंग पड़े हुए थे, जिनमें अधिकांश पर कोई डायरी नंबर या तारीख अंकित नहीं थी।
- राजस्व फीस में देरी: पटवारियों द्वारा राजस्व फीस को खजाने में समय पर जमा नहीं किया जा रहा था, जैसा कि उजरत रजिस्टर में देखा गया।
- सुरक्षा और निगरानी की कमी: इस पटवारखाने में बायोमैट्रिक और सीसीटीवी कैमरे की सुविधा नहीं पाई गई।
- कंडम भवन: पटवारखाने की इमारत पुरानी और कंडम हालत में थी।
- इंतकाल में देरी: 1585 इंतकाल 10 दिन से अधिक समय से लंबित पाए गए।
- सर्कल बंदी की आवश्यकता: शहरी क्षेत्र का आकार बढ़ने के कारण, यहां की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए सर्कल बंदी क्षेत्र की समीक्षा और पुनः संशोधन की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री उडनदस्ता ने इस निरीक्षण के बाद प्रशासन से संबंधित विभागों में सुधार की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं।