Karnal में बंदरों का आतंक कुछ इस कदर बढ़ गया है, कि अब बंदरों से परेशान लोगों को अपनी जिंदगी से भी हाथ धोना पड़ रहा हैं। हालांकि जब बंदरों का अटैक(Monkeys attack) होता हैं, तो लोगों को इसकी भनक भी नहीं लग पाती, क्योंकि दोपहर के समय गर्मी अधिक होने के कारण बंदर बिल्कुल भी नजर नहीं आ रहे है और रात के समय अंधेरे का फायदा उठाकर लोगों पर अटैक(Monkeys attack) करते हैं।
बता दें कि करनाल के वार्ड ।5 में बुधवार की देर शाम को बंदरों के अटैक से करीब 15 वर्षीय 9वीं की छात्रा को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। जानकारी देते हुए ताउ लोकनाथ सिंह ने बताया कि हमारी बेटी कनिका देर शाम के समय अपनी छत पर टहल रही थी कि अचानक बंदरों ने अटैक कर दिया। जिसके कारण कनिका घबरा गई और उसका पैर फिसल गया होगा। जिसके चलते वो छत से बाहर सड़क पर गिर गई। हादसे की जानकारी मिलते ही परिजन कनिका को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे, परंतु डॉक्टर से उसे मृत घोषित कर दिया। कनिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला मैडिकल में लाया गया। वहीं पोस्टमार्टम के बाद वीरवार को कनिका के शव को परिजनों को सौंप दिया गया।

लोकनाथ सिंह ने बताया कि हमारे एरिया में ऐसा पहली बार नहीं हुआ हैं, कुछ ही समय पहले भी ऐसा ही एक हादसा घटित हुआ था। जिसमें बंदरों के कारण एक बच्ची को भी अपनी जान गवानी पड़ी थी। उन्होंने बताया कि बंदरों के आतंक के कारण हमने अपने मकान को कवर करवाया हुआ है, पूरे मकान में केवल उपर की छत खुली हुई हैं। अब छत को भी कवर करवाकर नहीं रख सकते। प्रशासन को एरिया के लोगों ने कई बार शिकायत की, परंतु शिकायत के बाद आश्वासन के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ।
