हरियाणा के करनाल में कार सवार पांच शूटरों ने दुकान में व्यापारी को 29 गोलियां मारी थी। इसका खुलासा व्यापारी के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने किया है। इस वारदात में स्वचालित और नौ एमएम पिस्तौल का इस्तेमाल किया था। इस वारदात के बाद अमेरिका में रह रहे दिल्ली के गोगी गैंग से जुड़े अंजनथली के पूर्व सरपंच के बेटे सागर चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर व्यापारी जयभगवान की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
जिसके बाद पुलिस गैंगवार रोकने के लिए इंटरपोल की मदद लेकर आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास में जुट गई है। सोमवार को व्यापारी के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद गांव में परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।
किराने की दुकान चलाता था जयभगवान
झंझाड़ी निवासी जयभगवान गांव में ही किराना की दुकान चलाता था। रोजाना की तरह उसने सुबह छह बजे दुकान खोली थी। धर्मबीर और उसके भाई दुकान पर एक साथ आए थे। सुबह करीब 9:30 बजे धर्मबीर भोजन करने घर चला गया था। दुकान पर जयभगवान अकेला था। इसी दौरान कार सवार करीब पांच बदमाश आए और दुकान पर बैठे जयभगवान पर ताबड़तोड़ गोलियों बरसानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर भाई धर्मबीर उस तरफ दौड़ा तो बदमाश फरार हो चुके थे।
व्यापारी की हत्या के बाद परिवार की बढ़ाई सुरक्षा
धर्मबीर ने जयभगवान को लहूलुहान हालत में देखा। इसी दौरान गाव के पास से गुजर रही एम्बुलेंस को लोगों ने रोका और आनन-फानन व्यापारी को एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, मगर वहां पर डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया। जिसके बाद परिजन सिविल अस्पताल के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे। जहां पर व्यापारी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। व्यापारी की हत्या के बाद पुलिस ने उसके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा बढ़ा दी है। पीसीआर और डायल 112 के अलावा सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं।
बदमाशों ने मौके पर खड़े लोगों को दी थी धमकी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आई-20 कार में सवार होकर करीब पांच से छह बदमाश आए और दुकान के पास गाड़ी से उतरे फिर व्यापारी पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग दहशत में आ गए। मौके पर खड़े लोगों को बदमाशों ने धमकी दी कि कोई आगे आया तो मार देंगे। डर के कारण कोई आगे नहीं आया और बदमाश हथियार लहराते हुए भाग निकले।
दुर्घटना से पहले घर चला गया था धर्मबीर
घर से धर्मबीर और उसके भाई जयभगवान दुकान पर एक साथ आए थे। करीब 9:30 बजे धर्मबीर घर पर खाना खाने के लिए चला गया। धर्मबीर के जाने के पौने घंटे बाद कार सवार बदमाश आ गए। जयभगवान को दुकान में बैठा देख ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुनने के बाद धर्मबीर दौड़ा। तब तक बदमाश भाग चुके थे।
इंटरपोल की मदद के साथ-साथ हर तरह से आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि अप्रिय घटनाओं को रोका जा सके। गैंगस्टरों की तलाश में पुलिस टीम जुटी है।