करनाल : प्रदेश के करनाल में पहुंची कांग्रेस नेत्री कुमारी सैलजा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए जुमलेबाज पार्टी बताते हुए कहा कि भाजपा शुरुआत से ही जुमलेबाजी करती रही है। पहले चुनाव के दौरान 15 लाख रुपए का जुमला लोगों के सामने लेकर आई और अब वन नेशन वन चुनाव का जुमला रच रही है। कभी भी इस पार्टी ने संविधान में विश्वास नहीं रखा है और न ही उसकी गरिमाओं माना। अब 18 सितंबर को संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है। जिसमें क्या कुछ फैसला लिया जाता है, यह देखने वाली बात है।
भारत और इंडिया के नाम को लेकर भी सैलजा ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस या अन्य संगठन किसी तरह का कोई कार्य करते हैं, तो उससे भाजपा घबरा जाती है। सभी दलों ने इकट्ठे होकर अपने संगठन का नाम INDIA रख लिया, जिससे भाजपा घबरा गई है। अब भारत नाम रखा जा रहा है, देश में यह सही नहीं हो रहा। संविधान की कोई गरिमा भी होती है, लेकिन ये उस गरिमा को लांघ रहे हैं। अब भारत रखा है, लेकिन संविधान में इंडिया और भारत एक ही है।
कांग्रेस में आवाज उठाना एक कर्तव्य
पिछले दिनों करनाल में ऑब्जर्वर की बैठक के दौरान हुई विरोध स्वरूप नारेबाजी को लेकर सैलजा ने कहा कि कहीं न कहीं कार्यकर्ताओं को लगा होगा कि निष्पक्षता नजर नहीं आ रही है, तो उन्होंने अपनी आवाज उठाई और कांग्रेस में आवाज उठाना एक कर्तव्य है। कांग्रेस एक है और यहां किसी तरह की गुटबाजी नहीं है। कई तरह की बातें हमारे भी सामने आई है, हमने उन सभी बातों को हाईकमान की नॉलेज में डाला है और भविष्य में इस तरह का मामला न हो इसको लेकर भी ध्यान रखा जाएगा।
पहले अपनी पार्टी को संभाल ले, उसके बाद दे प्रतिक्रिया
अंबाला के विधायक द्वारा कांग्रेस के खत्म होने के सवाल पर सैलजा ने कहा कि पहले वह अपनी पार्टी को संभाल ले उसके बाद कोई प्रतिक्रिया दें। करनाल मुख्यमंत्री का शहर है, यहां पर लोग सबसे ज्यादा परेशान है। भाजपा के मंत्री कहकर थक चुके हैं कि उनकी कोई सुनवाई ही नहीं हो रही, इसलिए भाजपा अपनी पार्टी को संभाले।
जनता देखें, सबको साथ लेकर चल रहे है या नहीं
जन्म मिलन कार्यक्रम में एसआरके ग्रुप में शामिल होने के सवाल पर सैलजा ने कहा कि यह तो लोगों को देखना चाहिए कि वह सबको साथ लेकर चल रहे हैं या नहीं। सभी चाहते हैं कि राहुल गांधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में सभी काम करें और जल्द से जल्द संगठन तैयार हो और कांग्रेस के नेताओं को काम करने का मौका मिले। रही बात भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खुद को सीएम का प्रबल दावेदार देने वाले बयान कि तो यह बात कांग्रेस हाईकमान तय करेगी कि हरियाणा का सीएम चेहरा कौन होगा।