हरियाणा में हाल ही में आई तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इस पर चिंता जताते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने सरकार से मांग की है कि प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल विशेष गिरदावरी करवाई जाए और नुकसान का निष्पक्ष मूल्यांकन कर किसानों को मुआवजा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि खेतों में खड़ी फसलें और मंडियों में रखा गेहूं बारिश और ओलों की वजह से भीग गया है, जिससे किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया। सैलजा ने कहा कि मंडियों में फसलों की सुरक्षित भंडारण व्यवस्था सुनिश्चित करना भी प्रशासन की जिम्मेदारी है। सरकार को चाहिए कि वह संवेदनशीलता के साथ तुरंत कार्रवाई करे, क्योंकि किसान देश का अन्नदाता है और उसकी पीड़ा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
उन्होंने बताया कि सिरसा समेत 13 जिलों – फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़, कैथल, रेवाड़ी, सोनीपत, यमुनानगर, झज्जर, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, करनाल और जींद – में बारिश और ओलावृष्टि ने गेहूं व सरसों की फसलों को व्यापक रूप से प्रभावित किया है। सिरसा में 16 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे मंडियों में रखा करीब 95% गेहूं भीग गया।
प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल
सैलजा ने सरकार पर आरोप लगाया कि हर साल गेहूं की खरीद से पहले तैयारियों के दावे किए जाते हैं, लेकिन इस बार सब कुछ केवल कागजों तक सीमित रहा। उन्होंने कहा, “मौसम विभाग पहले ही अलर्ट दे देता है, फिर भी प्रशासन ने कोई तैयारी नहीं की, जिसकी वजह से किसान नुकसान झेल रहे हैं।”
कुमारी सैलजा का दौरा कार्यक्रम
- 13 अप्रैल: दोपहर 12 बजे, गांव अशरफगढ़, जिला जींद – डॉ. अंबेडकर जयंती कार्यक्रम
- 14 अप्रैल: दोपहर 12 बजे, अंबेडकर भवन, गांव कालांवाली, जिला सिरसा – कार्यक्रम में शामिल होंगी
इसके अलावा वे स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर जन समस्याएं भी सुनेंगी।
गडकरी को लिखे पत्र पर हुई कार्रवाई
सांसद सैलजा ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर साहुवाला प्रथम (NH-9) सिरसा में सर्विस लेन, अंडरपास और सुरक्षा उपायों की मांग की थी। इस पत्र पर संज्ञान लेते हुए गडकरी ने संबंधित अधिकारियों को जरूरी कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। सांसद ने कहा कि इन उपायों की गैर-मौजूदगी में वहां लगातार हादसे होते रहे हैं, जिनमें कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है।