बाढ़ के बाद बीमारियों का खतरा बढ़ा, स्वास्थय विभाग की टीम जांच में जुटी

कुरुक्षेत्र

कुरुक्षेत्र में जलजनित रोग से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। मगर आने वाले कुछ दिनों में विभाग की मुश्किलें बढ़ने वाली है।

विभाग की 200 से अधिक टीमें गांव और शहर से पानी के क्लोरीनेशन (ओटी) और बैक्टीरिया जांच (बीटी) सैंपल इकट्ठे कर रही हैं। अब तक 931 सैंपल में से 449 सैंपल फेल मिले हैं। विभाग की टीम सभी को पानी उबालकर पीने के लिए जागरूक कर रही है।

इन क्षेत्र में मिले बीटी के सैंपल हुए फेल

जिलेभर में कॉलेज कॉलनी, सेक्टर-सात, कराह साहिब में चार जगह, लाडवा में तीन जगह, बोधनी, बोढा, रुआं, मिर्जापुर, फतेहपुर, खासपुर, बाहरी, बीबीपुर, ढकाला, झरौली कलां, बड़तोली, गजलाना, धुराला में तीन जगह और ज्योतिसर में भी तीन जगह सहित अन्य कई जगह पीने के पानी के बीटी सैंपल फेल पाए गए हैं। विभाग की ओर से इन जगहों पर लोगों को पानी उबाल कर पीने की सलाह दी गई है।

फॉगिंग का लिया जा रहा सहारा

जिला बाढ़ प्रबंधन नोडल अधिकारी डॉ. कृष्ण दत्त ने बताया कि विभाग पानी और वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए तैयार है। जहां ओटी के सैंपल फेल पाए जा रहे हैं कि वहां टीम पानी को साफ करने के लिए क्लोरीन की दवा डाल रही है।

बीटी के लिए जन स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया जा रहा है। वेक्टर जनित रोग की रोकथाम के लिए लार्वा नष्ट करने वाली दवा का छिड़काव और फॉगिंग का सहारा लिया जा रहा है।