Live: खनौरी बॉर्डर पर किसानों की महापंचायत हुई। किसान नेता जगजीत सिंह Dallewal को स्ट्रेचर के जरिए मंच पर लाया गया है, जहां उन्होंने किसानों को संबोधित किया। डल्लेवाल ने देशभर के किसानों से अपील की थी कि वे खनौरी बॉर्डर पर एकत्रित होकर महापंचायत में भाग लें। डल्लेवाल ने कहा कि आप जिस तरह से यहां आए, आप लोगों ने बहुत तकलीफे सहन की, उन्होंने कहा कि मुझे एक्सीडेंट की खबर मिली, बड़ा दुख हुआ।
डल्लेवाल ने आगे कहा कि पुलिस ने कई बार उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन हर बार लोगों के समर्थन से वह डटे रहे। उन्होंने बताया कि जैसे ही हमें खबर मिली कि पुलिस हमें उठा सकती है तो पंजाब और हरियाणा से सैकड़ों नौजवान मौके पर पहुंच गए और मोर्चा संभाल लिया।
उन्होंने कहा कि यह हमारे हौसले और ऊपर वाले की कृपा है कि आज यहां इतनी संख्या में लोग जुटे हैं। सरकार चाहे जितनी भी ताकत लगा ले, लेकिन हम मोर्चा जीतकर ही रहेंगे। डल्लेवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की कमेटी के आंकड़ो के मुताबिक 4 लाख किसानों ने आत्महत्या कर ली है, लेकिन असल में तो 7 लाख किसानों ने आत्महत्या की है।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल पंजाब का नहीं है बल्कि पूरे देश का है। डल्लेवाल ने सभी लोगों से अपील कि की हर गांव से एक ट्रोली खनौरी बॉर्डर पर लेकर आए, ताकि सरकार इस मोर्चे पर किसी भी तरह से हमला नहीं कर पाए।
खनौरी बॉर्डर पर बड़ी सख्या में किसान आए, जिस वजह से करीब 15 किलो मीटर तक लंबा जाम लगा रहा। डल्लेवाल की महापंचायत में लोग राशन, दूध, लस्सी लेकर पहुंचे। किसान नेता मनोज ने कहा कि यह आंदोलन उन लाखों लोगों का है जो खेती करते हैं। उन्होंने कहा कि लाखों खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे।
किसानों की दो बसों का एक्सीडेंट हो गया। बरनाला-मोगा नेशनल हाईवे पर जेल के पास किसानों से भरी एक बस ट्रक से टकरा गई। यह बस किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के गांव डल्लेवाल से आ रही थी, जो खनौरी बॉर्डर पर हो रही महापंचायत में भाग लेने जा रहे थे। वहीं दूसरी बस हरियाणा के टोहाना में आयोजित संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में शामिल होने से जा रही थी। इस हादसे में 3 महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
महापंचायत को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने जींद जिले में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। जिले में BNS की धारा 163 (पूर्व में IPC की धारा 144) लागू कर दी गई है, जिससे किसी भी प्रकार के गैरकानूनी जमावड़े पर रोक लगाई जा सके। बॉर्डर पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की 21 कंपनियां तैनात की गई।