महेंद्रगढ़ में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के उपलक्ष्य में 2 दिवसीय कार्यशाला का समापन किया गया। इस आयोजन में विभिन्न गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं के माध्यम से आत्महत्या रोकथाम के प्रति जागरूकता फैलाई गई। इस दौरान जागरूकता रैली भी निकाली गई।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि हर जीवन मायने रखता है, भले ही आप एक जीवन बचाएं, परंतु ऐसा करने का प्रयास करें। आपके पास जो कुछ है, उससे संतुष्ट रहें, छोटी-छोटी उपलब्धियों का जश्न मनाएं। मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. पायल कंवर चंदेल ने बताया कि कार्यक्रम में फिल्म स्क्रीनिंग, संगीत नाटिका एवं कैंडल मार्च जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
राजनैतिक एवं कानूनी पहलुओं पर की चर्चा
इसी दौरान विभिन्न विभागों के शोधार्थियों द्वारा आत्महत्या रोकथाम के मनोवैज्ञानिक, राजनैतिक एवं कानूनी पहलुओं पर चर्चा की गई। पैनल चर्चा में सुझाव दिया गया कि आत्महत्या की रोकथाम किसी एक व्यक्ति का कार्य या कर्तव्य नहीं है, बल्कि इसके लिए समाज के प्रत्येक वर्ग के सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता है।
प्रतियोगिता में विजेता विद्यार्थियों को किया सम्मानित
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में अर्पिता मंजोका, नेत्रशा सिंह और अनन्या ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में 15 विभागों के 300 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इच्छामृत्यु पर वाद-विवाद प्रतियोगिता में सूरज, हर्षित फोगाट और मनीष विजेता रहे। कविता पाठ प्रतियोगिता में आकांशा, इंद्रजीत एवं अग्रिमा ने जीत हासिल की।