Mahendergarh का 73 वर्षीय बुजुर्ग रामधन पिछले 11 सालों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए बिना किसी मूल्य के गांवों में सफाई अभियान चलाना शुरू किया था। उन्हें उम्मीद है कि एक दिन मोदी से मिलकर वह अपने सपने को साकार कर पाएंगे।
कलयुग का सुदामा बने रामधन
रामधन, जो खुद को “कल युग का सुदामा” मानते हैं, 2014 से अपने सफाई अभियान की शुरुआत कर चुके हैं, जब प्रधानमंत्री मोदी ने झाड़ू उठाई थी। रामधन तब से लगातार हरियाणा और गुजरात के विभिन्न गांवों में सफाई कर रहे हैं। वह अब तक लगभग 400 गांवों में सफाई कर चुके हैं और उनका मानना है कि जब तक वह प्रधानमंत्री मोदी से नहीं मिलेंगे, उनका सफाई अभियान जारी रहेगा।
1990 में पहली मुलाकात, फिर नहीं हो पाई मुलाकात
रामधन ने बताया कि उनकी पहली मुलाकात 1990 में लोहारू में हुई थी, जब नरेंद्र मोदी हरियाणा के प्रभारी थे। इसके बाद, कई सालों में उन्होंने कई बार पीएम मोदी से मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कभी मुलाकात का अवसर नहीं मिला। उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी के गांव गुजरात में सफाई की, लेकिन वहां भी उनकी मुलाकात नहीं हो पाई।
सीएम सैनी ने दिया मुलाकात का आश्वासन
रामधन की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवाने के लिए कई नेताओं और अधिकारियों से अनुरोध किया गया। अब, सीएम नायब सैनी ने रामधन को प्रधानमंत्री से मुलाकात का आश्वासन दिया है, जिसे लेकर रामधन काफी उत्साहित हैं।
45 साल तक ट्रक चलाया, फिर सफाई अभियान की ओर मुड़े
रामधन ने अपने जीवन में करीब 45 साल तक ट्रक चलाया, लेकिन 2014 में उन्होंने सफाई अभियान में खुद को समर्पित कर दिया। आज वह अकेले ही अपने वाहन से गांवों में सफाई करते हैं और किसी से भी मदद नहीं लेते। उनका कहना है कि अगर पीएम मोदी से मुलाकात होती है तो वह अपना सफाई अभियान और तेज़ कर देंगे।
रामधन का सपना: पीएम मोदी से एक बार मुलाकात
रामधन का कहना है कि वह अनपढ़ हैं और उनसे कोई बड़ी बात नहीं की जाएगी, लेकिन वह एक ही इच्छा रखते हैं कि वह पीएम मोदी से मिलें। उनका सपना जल्द ही साकार हो, यही उनकी सबसे बड़ी कामना है।