➤मासूम शर्मा ने कहा- बैन गाने जनता की डिमांड पर लाइव शो में गाता रहूंगा
➤हरियाणा सरकार ने अब तक उनके 14 गानों पर लगाई रोक
➤वर्ल्ड टूर का किया ऐलान, दुबई से करेंगे शुरुआत
हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा ने हरियाणा सरकार द्वारा बैन किए गए गानों को लेकर खुलकर चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि उनके गाने केवल यूट्यूब पर प्रतिबंधित हुए हैं, न कि कानून द्वारा। इसलिए अगर किसी कार्यक्रम में पब्लिक की डिमांड आती है, तो वह उन गानों को जरूर गाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां भी परफॉर्मेंस होगी, वह बैन गाने गाते रहेंगे क्योंकि जनता वही सुनना चाहती है।
दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मासूम शर्मा ने ‘बैन काफिला’ नाम से पोस्टर लॉन्च किया और अपने आगामी वर्ल्ड टूर की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही दुबई, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इंग्लैंड और अमेरिका में लाइव शो करेंगे। भारत में पहला शो मेरठ से शुरू होगा और फिर पटना, जयपुर, चंडीगढ़, नोएडा, अहमदाबाद, लखनऊ और पुणे में शोज़ होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर गन कल्चर पर आधारित गाने बंद करने हैं तो पहले लोगों की पसंद को बदलना होगा। शिव तांडव जैसे भक्ति गीत पर सालों में कुछ लाख व्यूज़ आते हैं, जबकि ‘चंबल का डाकू’ जैसे गानों को एक दिन में लाखों लोग देख लेते हैं। इससे साबित होता है कि जनता क्या पसंद करती है।
गौरतलब है कि हरियाणा सरकार अब तक लगभग 30 गानों पर रोक लगा चुकी है, जिनमें 14 गाने मासूम शर्मा के हैं। हाल ही में उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में “चंबल का डाकू” गाना गाया था, जिस पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कार्यक्रम में उन्होंने कोई बैन गाना नहीं गाया था, बल्कि वह गाना बाद में बैन हुआ।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्मों में गन कल्चर खुलेआम दिखाया जाता है, तब उन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? उन्होंने उदाहरण दिया कि रामायण में भी लंका जलती है, लेकिन कोई उसे देखकर घर नहीं जलाता। इसी तरह, गानों और फिल्मों को भी एक आर्ट फॉर्म के रूप में देखा जाना चाहिए।
मासूम शर्मा ने केंद्र सरकार से अपील की कि यदि गन कल्चर को रोकना है तो पूरे देश के लिए एक समान कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा में ही केवल ऐसे गाने बैन होंगे तो इससे स्थानीय संगीत उद्योग को नुकसान होगा और लोग फिर से पंजाब के गानों की ओर मुड़ सकते हैं।
सिंगर ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार को कुछ लोग गलत गाइड कर रहे हैं, जिनकी वजह से उनके कार्यक्रमों पर भी रोक लगी। फिर भी वे अपने वर्ल्ड टूर को लेकर उत्साहित हैं और आगामी कार्यक्रमों के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने भविष्य में राजनीति में आने की संभावना को भी नकारा नहीं, बल्कि इसे एक संभावित विकल्प बताया।
इस बीच, एडवोकेट हेमंत कुमार का कहना है कि गाने बैन करने पर कोई स्पष्ट कानून नहीं है, परंतु सरकार के आदेश की अनदेखी पर प्रशासन कार्रवाई कर सकता है। ऐसे में मासूम शर्मा को कानूनी तौर पर कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन सरकारी विरोध का सामना करना पड़ेगा।