हरियाणा के Panipat में गुरुवार को मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं ने मानदेय और अन्य समस्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं का समाधान न होने पर आक्रोश व्यक्त किया और शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा के नाम डीसी डॉ. वीरेंद्र दहिया को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगे पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन तेज करेंगे।
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उनका वेतन हर महीने समय पर नहीं दिया जाता, जिससे उनका जीवनयापन मुश्किल हो गया है। गर्मी और सर्दी की छुट्टियों के दौरान मानदेय नहीं दिया जाता। 7,000 रुपए का मासिक मानदेय महंगाई के दौर में बेहद कम है। कर्मचारियों ने बताया कि कई स्कूलों में अध्यापक उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उनसे ड्यूटी से बाहर के काम करवाए जाते हैं। इन हालातों के चलते मिड-डे मील की गुणवत्ता बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।
मांगे जो उठाई गईं
- मासिक वेतन को बढ़ाकर 28,000 रुपए किया जाए।
 - हर महीने की 7 तारीख तक वेतन का भुगतान सुनिश्चित हो।
 - साल में 12 महीने का वेतन दिया जाए।
 - स्कूल समायोजन में कुक-हेल्पर को भी शामिल किया जाए।
 - रोक की गई ड्रेस राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए।
 - सेवानिवृत्ति पर 5 लाख की राशि प्रदान की जाए।
 - मिड-डे मील कार्यकर्ताओं से ड्यूटी से बाहर का कार्य न करवाया जाए।
 - 15 बच्चों पर एक कुक की नियुक्ति हो।
 - जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा न मिले, तब तक श्रमिक का दर्जा दिया जाए।
 

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि महंगाई ने जीवन कठिन बना दिया है। कम वेतन और समय पर भुगतान न होने से वे मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं। मिड-डे मील कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं हुईं, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

	





