Mathematics Gurugram seat : गुरुग्राम की राजनीति में हलचल बढ़ रही है, खासकर लोकसभा चुनाव के मैदान में. यहां के लोग ध्यान से चुनावी समीकरण को देख रहे हैं। गुरुग्राम का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। इसी क्षेत्र में राजा युधिष्ठिर ने धर्मगुरु द्रोणाचार्य को तोहफे में इस इलाके का प्रबंध किया था। यहां की राजधानी दिल्ली के निकट होने के कारण गुरुग्राम को राजनीतिक दृष्टि से बड़ा महत्व मिला है।
हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें हैं और इनमें सबसे बड़ा जोर इसी सीट पर है। 2008 में हुए परिसीमन के बाद गुरुग्राम की इस सीट पर राव इंद्रजीत सिंह ने तीन बार विजय पाई है, लेकिन इस बार कांग्रेस(Congres) ने बॉलीवुड स्टार राज बब्बर(Raj Babbar) को उम्मीदवार बनाया है, जो इस सीट के लिए राव इंद्रजीत सिंह(Rao Inderjit) के खिलाफ मुकाबले में हैं। गुरुग्राम में महंगाई, बेरोजगारी, अग्निवीर, अहीर रेजिमेंट जैसे मुद्दे महत्वपूर्ण हैं। यहां की जलवायु समस्याएं और विकास कार्य भी चर्चा का विषय हैं। बीजेपी को यहां के चुनाव में कुछ नुकसान का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि नूंह(Nuh) क्षेत्र में भी भाजपा की स्थिति ठीक नहीं हैं।
वहीं विपक्षी दलों ने भी अपने उम्मीदवारों को तैयार किया है। JJP की ओर से बॉलीवुड सिंगर राहुल फाजिलपुरिया और इनेलो द्वारा हाजी सोहराब खान को चुनावी टिकट दिया गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यहां का मुख्य मुकाबला राव इंद्रजीत सिंह और राज बब्बर के बीच है।
जेजेपी के उम्मीदवार राहुल फाजिलपुरिया भी महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं। राज बब्बर के उम्मीदवार बनाए जाने से गुरुग्राम के समीपवर्ती क्षेत्रों में चर्चा है। उनकी कांग्रेस के साथ जुड़ी टिकट से पंजाबी वोटर्स की भागीदारी में बदलाव आ सकता है। इस सीट पर पिछले चुनावों में बीजेपी को इस वोटर बेस का समर्थन मिला था, लेकिन इस बार कांग्रेस की चालें विभाजितता को लेकर काम कर रही हैं।