हरियाणा सरकार पर मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के ओपीडी बंद कर डॉक्टर्स हड़ताल के लिए चले गए है। इस दौरान किसी मरीज की जांच या सर्जरी नहीं होगी। नए मरीजों को जनरल वॉर्ड में एडमिट नहीं किया जाएगा। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं हुआ तो 29 दिसंबर से प्रदेश के सभी सरकारी डॉक्टर बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे।
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की मंगलवार को हूई बैठक में हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया। इस फैसले के बारे में पत्र भेजकर राज्य की स्वास्थय सचिव डॉ. अनुपमा को अवगत करा दिया गया है। हेल्थ डायरेक्टर, सभी जिला उपायुक्तों और सभी सिविल सर्जनों को हड़ताल के फैसले की जानकारी दे दी गई है। ऐसोसिएशन के डॉ. मंगलवार को सरकार से बातचीत के न्योते का इंतजार कर रहे थे लेकिन सरकार की तरफ से कोई संदेश नहीं मिला।
पहले भी बंद चुके हैं डॉक्टर्स ओपीडी
अपनी मांगों को लेकर हरियाणा के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर पहले भी दो घंटे के लिए ओपीडी बंद कर चुके हैं। इसके अलावा काले बिल्ले लगाकर रोष प्रदर्शन भी कर चुके हैं। वहीं मौसम में बदलाव के चलते वायरल मरीजों की ओपीडी बढ़ रही है। कोरोना के नए वैरिएंट का खतरा भी मंडरा रहा है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में फिजीशियन न होने के चलते उपचार नहीं मिल पा रहा है। मरीजों को उपचार के लिए निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है।
अनिल विज के साथ हो सकती है मीटिंग
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राजेश ख्यालिया ने बताया कि कल उनकी हेल्थ डिपार्टमेंट के डीजी डॉ आरएस पूनिया के साथ वार्ता हुई थी। हालांकि इसमें मांगों को लेकर कोई हल नहीं निकला, लेकिन यह चर्चा हुई है कि एसोसिएशन पदाधिकारियों की गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ मीटिंग कराई जाएगी। संभावना है कि आज सचिवालय में यह मीटिंग आयोजित की जाए।
इसलिए हड़ताल
दो साल बीत जाने के बाद भी समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। 11 दिसंबर को सरकार को एक मांग पत्र भेजकर दोबारा से समस्योओ के समाधान की याद दिलाईगी, मगर उस पर भी सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई है। जिस कारण डॉक्टरों को हड़ताल पर जाने का फैसला लेना पड़ा है।
डॉ. राजेश ख्यालिया और डॉ. केशव शर्मा ने बताया कि बुधवार को सभी डॉक्टर अपन-अपने दफ्तरों में हाजिरी लगाएंगे, लेकिन काम कोई नहीं करेगा। किसी ट्रेंनिग कार्यक्रम में भागीदारी नहीं करेंगे। इस दिन पोस्टमार्टम होंगे। लेबर रुम खुला रहेगा। डिलिवरी केस डील नहीं किया जाएगा।