Faridabad चंडीगढ़ विद्युत विभाग और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल व दक्षिणांचल डिस्कॉम को निजी हाथों में सौंपने के फैसले के खिलाफ बिजली कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन और नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज एंड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) के नेतृत्व में सब डिवीजनों व सर्कल ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन किए गए। कर्मचारी संगठन ने 25 दिसंबर को चंडीगढ़ में महापंचायत करने का ऐलान किया है।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी ने चेतावनी दी कि अगर चंडीगढ़ प्रशासन ने 1 जनवरी को विद्युत विभाग को निजी हाथों में सौंपा, तो पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारी आंदोलन करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर हड़ताल का सहारा लेंगे। कृष्ण कुमार कालीरमन, सर्कल सचिव, ने कहा कि चंडीगढ़ विद्युत विभाग प्रति यूनिट केवल 4.50 रुपये की दर से बिजली उपलब्ध कराकर हर साल सैकड़ों करोड़ का मुनाफा कमा रहा है। इसके बावजूद, निजीकरण के लिए बिना उचित मूल्यांकन के मामूली बेस प्राइस तय की गई। कोलकाता की एक निजी कंपनी ने 872 करोड़ रुपये में इस विभाग को खरीदने में सफलता प्राप्त की, जो बड़ी अनियमितता के संकेत देता है। उत्तर प्रदेश में भी बिना मूल्यांकन के निजीकरण का निर्णय लिया गया है।
हरियाणा से चंडीगढ़ ड्यूटी पर विरोध
शब्बीर अहमद ने कहा कि अगर हरियाणा के बिजली कर्मचारियों को चंडीगढ़ में ड्यूटी के लिए मजबूर किया गया, तो यूनियन इसका कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि जबरन ड्यूटी लगाई गई और इससे किसी दुर्घटना की स्थिति बनी, तो हरियाणा में भी बड़ा आंदोलन होगा। बिजली कर्मचारियों ने घोषणा की कि 25 दिसंबर को चंडीगढ़ में आयोजित बिजली महापंचायत में सैकड़ों कर्मचारी भाग लेंगे।
प्रदर्शन में भाग लेने वाले नेता
प्रदर्शन को रामकेश सारण, भूप सिंह कौशिक, दिनेश शर्मा, करतार सिंह जागलान, धर्मेंद्र तेवतिया आदि ने संबोधित किया। प्रमुख प्रतिभागियों में नवीन कुमार, वेद प्रकाश, गिरीश कुमार राजपूत, राहुल गौड़, तरुण ओबेरॉय, पूजा, श्याम सुंदर, मनदीप कौशिक, योगेश, नरेश आदि शामिल रहे।