हरियाणा के Panipat में एक शोरूम से एक कानूनगो को धोखे से रीपेंट की गई टाटा हैरियर गाड़ी 21.80 लाख रुपये में बेच दी गई। यह फ्रॉड तब सामने आया, जब कानूनगो ने गाड़ी को लेमिनेशन (फिनिशिंग) के लिए एक डिटेलिंग शॉप पर भेजा और वहां पता चला कि गाड़ी पर पहले से पेंट किया गया है। इसके बाद दुकानदार ने गाड़ी वापस करने से मना कर दिया, और अब पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
मामला कैसे सामने आया
पानीपत के सेक्टर 18 निवासी कानूनगो विजेंद्र कुमार ने 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस के मौके पर आर्यमान ऑटोमोबाइल्स, सेक्टर 25 से टाटा हैरियर खरीदी थी। गाड़ी की कीमत 21.80 लाख रुपये थी, और उन्होंने इस गाड़ी को बैंक लोन पर खरीदा था।
लेमिनेशन शॉप पर पेंट होने का खुलासा
4 नवंबर को विजेंद्र ने गाड़ी की लेमिनेशन (पेंट और फिनिशिंग) करवाने के लिए गुप्ता डिटेलिंग, सेक्टर 25 पार्ट 2 में भेजी। यहां के कर्मचारियों ने गाड़ी की बॉडी की जांच की और बताया कि गाड़ी के 4 हिस्सों पर दोबारा पेंट किया गया है। यह सुनकर विजेंद्र हैरान रह गया और तुरंत गाड़ी को शोरूम में वापस लेकर पहुंचा।
शोरूम में गाड़ी खड़ी करवा दी
विजेंद्र ने शोरूम में कर्मचारियों को बताया कि गाड़ी रीपेंट है, लेकिन उन्होंने इसे नकारते हुए कहा कि गाड़ी में कोई रीपेंटिंग नहीं की गई है। इसके बाद विजेंद्र ने लेमिनेशन शॉप से मिली रिपोर्ट और एक्सपर्ट्स के प्रमाण भी शोरूम कर्मचारियों को दिए, लेकिन शोरूम ने इसे मानने से इंकार कर दिया।
पुलिस जांच में भी गाड़ी रीपेंट निकली
विजेंद्र ने 5 नवंबर को पुलिस को इस मामले की शिकायत दी। पुलिस ने शोरूम से अलग-अलग 2 डिटेलिंग शॉप्स पर गाड़ी की जांच करवाई और पाया कि गाड़ी पर दोबारा पेंट किया गया था। इसके बावजूद शोरूम ने गाड़ी को नई और बिना पेंट वाली बताने का दावा किया।
शोरूम और कर्मचारियों पर केस दर्ज
पुलिस ने विजेंद्र की शिकायत पर शोरूम मालिक और कर्मचारियों कमल और दुर्गेश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी (फ्रॉड) का केस दर्ज किया है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और यह जांच रही है कि क्या इस धोखाधड़ी में कोई संगठित गिरोह शामिल है या यह सिर्फ एक अकेला मामला है।
कानूनगो ने अन्य ग्राहकों को भी चेताया
विजेंद्र कुमार ने शोरूम में पहुंचकर अन्य ग्राहकों को अपनी पूरी कहानी सुनाई और चेताया कि वे सावधान रहें। उन्होंने शोरूम के कर्मचारियों से कहा कि अगर यह गाड़ी एक्सीडेंटल (रीपेंट) है, तो इसका जवाब देना होगा और उनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज होगा। वहीं, शोरूम के कर्मचारियों ने उसे कई तरह के प्रलोभन दिए थे जैसे कि 3 फ्री सर्विस, 15 प्रतिशत छूट, और कुछ और फ्री एसेसरीज देने का ऑफर।
यह मामला यह भी दर्शाता है कि कैसे कुछ शोरूम धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम देते हैं, और ग्राहक को बिना सही जानकारी के महंगे दामों में पुरानी या रीपेंट गाड़ी बेच देते हैं।