हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन(Haryana Roadways Workers Union) सम्बन्धित सर्व कर्मचारी संघ(Sarv Karamchari Sangh) हरियाणा के आह्वान पर पानीपत डिपो में गेट पर 1 जुलाई से भारतीय न्याय संहिता दुर्घटना होने पर चालकों के विरुद्ध लागू किए गए प्रावधानों 7 लाख रूपए जुर्माना और 10 साल की सजा के खिलाफ राज्य सचिव सुलतान मलिक(State Secretary Sultan Malik) व चालक संघ रोडवेज नेता नरेन्द्र घणघस की अध्यक्षता में प्रदर्शन किया गया
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी नेताऔं ने संयुक्त बयान में बताया कि सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले इस काले कानून के विरोध में ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के आह्वान पर कई बार विरोध प्रदर्शन और हड़ताल जैसे ठोस कदम उठाए गए हैं। जिस पर सरकार कुछ समय से दो कदम पीछे रखे हुए थी, लेकिन जैसे ही लोकसभा चुनाव के संपन्न होने के बावजूद सरकार दोबारा से सत्ता में आई सरकार ने सभी काले कानून को लागू करने की मंशा से हिट एंड रन कानून को लागू कर दिया है। जिसका विरोध आज राज्य भर में किया जा रहा है। हिट एंड रन कानून सभी प्रकार के चालकों के लिए अभिशाप है और यह कानून देश में हर उस व्यक्ति पर लागू होता है। जिसके पास वाहन चलाने का लाइसेंस है।

इसी कानून के विरोध में पानीपत डिपो में 2 घंटे कर्मचारियों द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने बताया कि चालक दिन रात जी तोड़ मेहनत करके अपनी जान को जोखिम में डालकर देश की अर्थव्यवस्था को चलाने में सहयोग करता है। इसके बाद भी अगर कहीं कोई दुर्घटना हो जाती है, तो उस पर लाखों का जुर्माना और कैद भुगतना न्याय संगत नहीं है। रोडवेज कर्मचारी नेताऔं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन प्रावधानों को वापिस नहीं लिया गया तो आने वाले समय में रोडवेज कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन में सुभाष योगी, सुखबीर, संदीप, हवा सिंह, देवेन्द्र, जितेन्द्र आदि ने भी अपने विचार रखे।