हरियाणा के पानीपत नगर निगम की सदन की बैठक का आयोजन बुधवार को ताउ देवीलाल कॉम्पलैक्स स्थित नगर निगम कायार्लय में दोपहर के 3 बजे किया जाएगा। जिसको लेकर नगर निगम अधिकारियों सहित सभी पार्षदों द्वारा पूरा कर लिया गया है।
नगर निगम पार्षदों द्वारा अपने ऐजंडों को पहले से जोडकर नगर निगम मेयर कायार्लय तक भी पहुंचा दिया है। वहीं जिन मुद्दो पर चर्चा की जानी है, उन पर अधिकारियों द्वारा भी पहले से तैयारी करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि मेयर, विधायक सहित पार्षदों की बातों का तुरंत प्रभाव से जवाब दिया जा सके।
वहीं शहर की मुख्य समस्या हमेशा से ही सफाई, लाईटों, सडकों सहित जलभराव व पार्को की रही है। जिसको लेकर हर बार 26 के 26 वार्ड पार्षदों द्वारा अधिकारियों के समक्ष विरोध जताया जाता है, परंतु उसके बाद भी शहर की जनता को नजराना ढाक के तीन पात नजर आता है, क्योंकि आश्वासन मिलने के बाद भी समस्याओं पर तुरंत प्रभाव से कोई एक्शन नहीं लिया जाता है।
बैठक में उठने वाले तेजतरार सवालों को देखते हुए नगर निगम की ओर से हर बार सदन बैठक में मीडिया की एंटी को बैन कर दिया जाता है। अब देखना ये है कि इस बार एंटी दी जाती है या नहीं।
डम्पिंग प्वाईंट पर नही डल पा रहा कचरा, चल रहा विरोध
शहर में सफाई का जिम्मा संभालने वाली जेबीएम सहित अन्य दो कंपनियों द्वारा संभाला जा रहा है, जबकि पक्के सफाई कर्मचारी भी करीब 450 के आसपास कार्य रहे है। जिसके बाद भी हर माह पानीपत शहर पर करोडो सफाई पर खर्च करने पर हालात कुछ खास नजर नहीं आ रहे है। वहीं अब जो डम्पिंग नगर निगम की ओर से सिवाह गांव के पास कंपनी को शहर का कचरा डालने के लिए दिया गया है, वहां कंपनी को कचरा डालने नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा कचरा डालने पर विरोध किया जा रहा है।
शहर में अब भी अधूरी जल रही स्ट्रीट लाईटें
शहर में स्ट्रीट लाईटों के जलने को लेकर हमेशा से ही पार्षदों की शिकायत रहती है। जिस पर पार्षदों द्वारा हर बैठक में स्ट्रीट लाईटों की मांग करने के साथ साथ पुरानी लाईटों को ठीक करवाने की मांग रखी जाती है, जिस पर निगम अधिकारियों द्वारा जल्द समाधान का आश्वासन दिया जाता है, परंतु नतीजा शून्य नजर आता है।
जलभराव की समस्या चल रही बरसों से
शहर में हर वर्ष मानसून के मौसम से पहले निगम अधिकारियों द्वारा शहर की जनता एवं निगम पार्षदों को सपने दिखाए जाते है कि इस बार पहले से ही शहर में नाला गैंग एवं सकर मशीनों को लगाते हुए शहर की सफाई करवाई जा रही है। लेकिन उसके बाद भी शहर हर बार की भांति हल्की बूंदाबांदी होने पर ही जलमगन नजर आता है।