Panipat जिले के भैंसवाल गांव में यमुना नदी के किनारे रविवार दोपहर को एक तेंदुआ(Leopard) फिर से देखा गया। यह तेंदुआ पिछले तीन दिनों से वन विभाग और पुलिस(police) की टीमों के लिए चुनौती बना हुआ है। तेंदुए को पकड़ने के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन वह अभी तक ड्रोन के कैमरों में नहीं आया है। वहीं रविवार दोपहर के समय पुलिस के साथ वन विभाग की टीम द्वारा रेस्क्यू कर तेंदुए को पकड़ा गया। वन विभाग की टीम ने बताया कि तेंदुआ इतना खतरनाक नहीं था। यदि खतरनाक होता, तो टीम पर भी हमला कर सकता था और काबू में न आता।
इस बीच, यह तेंदुआ एक 4 साल की बच्ची को अपना शिकार बना चुका है, जिससे यह आदमखोर घोषित हो चुका है। गांव के कुछ लोगों ने इसे अपने मोबाइल के कैमरों में कैद कर लिया है, जब यह उनके घरों के पास आया। तेंदुआ करीब 20 फीट की दूरी पर था, और ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए की तलाश शुरू कर दी। सुरक्षा के मद्देनजर क्षेत्र को खाली करवाया गया और पुलिस की टीमें भी वहां पहुंच गईं। ग्रामीणों को दूसरी ओर भेज दिया गया ताकि कोई हादसा न हो।

यमुना नदी के किनारे बसे गांवों में तेंदुए के आने से डर का माहौल बना हुआ है। वन विभाग की 6 टीमें यमुना नदी के किनारे बसे गांव नवादा, पत्थरगढ़ और हरियाणा सीमा से लगे यूपी के यमुना खादर क्षेत्र में ड्रोन उड़ा कर और तलाशी अभियान चलाकर तेंदुए को ढूंढने में लगी हुई हैं। तेंदुआ इन गांवों के जंगलों में कहीं छिपा हुआ है।
5 दिन पहले मारा था बच्ची को
करीब पांच दिन पहले, 9 जून को हरियाणा के नवादा गांव के सामने यूपी के इलाके में यमुना किनारे खेतों में एक बच्ची को तेंदुए ने मार डाला था। इस घटना के बाद से दोनों राज्यों के गांवों के लोग दहशत में हैं। वन विभाग और पुलिस की टीमें सुबह से शाम तक तेंदुए की तलाश कर रही हैं, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

ड्रोन की ली जा रही मदद
तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं। यह ड्रोन ऊंचाई से इलाके की तस्वीरें खींचते हैं, जिससे तेंदुए को ढूंढने में मदद मिल सके। हालांकि तेंदुआ अभी तक कैमरों में नहीं आ पाया था। इससे उसकी तलाश और भी चुनौतीपूर्ण हो गई थी, परंतु अब सामने आ चुका है । ग्रामीणों को सलाह दी जा रही है कि वे सावधानी बरतें और अपने बच्चों को अकेले बाहर न जाने दें।
पकड़ने में अभी तक नाकाम
ग्रामीणों ने अपने स्तर पर भी तेंदुए को पकड़ने की कोशिशें की हैं, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए हैं। वे वन विभाग और पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गांव के लोग भी सतर्क हो गए हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दे रहे हैं। वन विभाग की टीमें लगातार इलाके की कॉम्बिंग कर रही हैं और तेंदुए को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। वे यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि तेंदुआ किसी और को नुकसान न पहुंचा सके। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है ताकि ग्रामीणों को सुरक्षित रखा जा सके।