(Samalkha से अशोक की रिपोर्ट) रविवार को आर्य समाज आटा समालखा में राष्ट्रीय भ्रातृ यज्ञ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज प्रधान डॉ. नायब सिंह आर्य ने की। यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य सुश्रुत थे और मुख्य अतिथि के रूप में वैचारिक क्रांति के राष्ट्रीय कवि एवं राष्ट्र भ्रातृ यज्ञ के संयोजक ऋषिपाल भदाना शामिल हुए।
यज्ञ में सैकड़ों लोगों ने आहुति देकर महापुरुषों और शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर राष्ट्र की उन्नति और खुशहाली के लिए पौधारोपण भी किया गया। साथ ही, 22 समाज सेवकों को उनकी सामाजिक सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।
ऋषिपाल भदाना ने महर्षि दयानंद के विचारों को साझा करते हुए कहा कि श्रेष्ठ कार्य यज्ञ कहलाते हैं और हमें उनके आदर्शों को अपनाकर राष्ट्र की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने अपनी देशभक्ति कविताओं के माध्यम से उपस्थित लोगों को प्रेरित किया और बलिदान की भावना को प्रबल करने का संदेश दिया।
आर्य समाज प्रधान डॉ. नायब सिंह आर्य ने मुख्य अतिथि ऋषिपाल भदाना का स्वागत किया और सभी उपस्थित जनों का धन्यवाद किया। मंच का संचालन अशोक आर्य ने किया। इस अवसर पर महिंद्रा आर्य, मनोज आर्य, मोहित आर्य, दीपक आर्य, संदीप आर्य, और मानव आर्य भी मौजूद रहे।
इस आयोजन के माध्यम से राष्ट्र के प्रति सेवा और समर्पण की भावना को बल मिला और समाज में एकता और समरसता का संदेश प्रसारित किया गया।