हरियाणा के Panipat में होली की रात को एक JBT टीचर के पेट में उसके भतीजे द्वारा गोली मार दी गई। उसकी स्थिति बहुत गंभीर थी और वह दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। वह 40 घंटे तक अस्पताल में जीवन और मौत के बीच लड़े, लेकिन आखिरकार मंगलवार की रात को उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए हत्या के प्रयास के बजाय हत्या के मामले में धाराएं बदल दी हैं। हत्या का आरोपी फरार है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है। आरोपी का नाम अंकुश है और वह समालखा की पंचवटी कॉलोनी में रहता है। उसके पिता एक JBT टीचर थे और उनका नाम वीरेंद्र, जिन्हें लोग काला के नाम से जानते थे। आरोपी का भाई उसके पिता के भतीजे की तरह है।
अंकुश के पिता ने लगभग 6 साल पहले आत्महत्या की थी, और कुछ समय बाद उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई थी। उसकी नौकरी भी छूट गई थी। इसके बाद से उसका मानसिक स्थिति बिगड़ गया और वह अपने परिवार के सदस्यों पर हमला करने लगा था। आरोपी ने शनिवार शाम को एक अवैध पिस्तौल लेकर अपने चाचा के पास आकर पेट में गोली मारी। उसकी मौत से पहले वह 40 घंटे तक अस्पताल में जूझते रहे, लेकिन आखिरकार उनकी जिंदगी का साथ चला गया।