Panipat शहर में बेसहारा गोवंशों और आवारा सांडों की संख्या और उनका आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। इस समस्या के कारण शहर के निवासियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में सेक्टर 25 में एक ऐसा ही हादसा सामने आया है, जिसमें बेसहारा सांड ने परिवार पर हमला(Attack) कर जहां एक ओर गाडी(Car) में सवार लोगों को घायल कर दिया, वहीं दूसरी ओर शहर में बेसहारा सांडों की समस्या को और उजागर कर दिया।
बता दें कि सीए एसोसिएशन के पूर्व प्रधान अंकुश बंसल मंगलवार की रात को अपने परिवार के साथ मॉल से घर लौट रहे थे। वह अपनी पत्नी नेहा और 11 वर्षीय बेटे अर्जुन के साथ कार में सवार थे। जैसे ही वह मॉल से बाहर निकले, उन्होंने देखा कि सड़क पर एक सफेद और एक काला सांड आपस में लड़ रहे थे। अचानक, काला सांड बिफर गया और तेजी से दौड़ता हुआ उनकी कार पर कूद गया। सांड के अचानक कार पर कूदने से कार का सामने का शीशा टूट गया। टूटे शीशे के टुकड़े अंकुश बंसल की पत्नी और बेटे की आंखों में जा गिरे। हादसे के कारण कार भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। अंकुश बंसल ने तुरंत अपनी पत्नी और बेटे को एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों ने उन्हें आंखों में लगातार दवाई डालने की सलाह दी है।

हादसे के बाद अंकुश बंसल ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि शहर में आवारा सांडों की समस्या का समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी गंभीर हादसे हो सकते हैं। शहर के अन्य निवासियों ने भी प्रशासन से आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने की मांग की है।

बेसहारा गौवंश की संख्या में वृद्धि
पानीपत में आवारा सांडों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ये सांड सड़कों पर घूमते हैं और आए दिन किसी न किसी दुर्घटना का कारण बनते हैं। कई बार ये सांड आपस में लड़ाई करते हैं और उनके बीच की लड़ाई का खामियाजा शहर के निवासियों को भुगतना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया
शहर के प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि जल्द ही आवारा सांडों की समस्या का समाधान किया जाएगा। प्रशासन ने यह भी कहा है कि शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने और उनके लिए विशेष बाड़े बनाने की योजना बनाई जा रही है। साथ ही प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे आवारा पशुओं को खाना न खिलाएं, ताकि वे शहर में न रुकें।