समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट : डीपीएस पानीपत सिटी(DPS Panipat City) में सोमवार को शिक्षकों के लिए नई शिक्षण नीतियों को विकसित करने और सीखने में मदद करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020(NEP) पर आधारित एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला सीईओ पंचकुला द्वारा आयोजित करवाई गई । इस कार्यशाला में विभिन्न स्कूलों के अध्यापकों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन स्वर्णप्रस्थ पब्लिक स्कूल सोनीपत के प्रिंसिपल रोहित पांडा एवम सर छोटू राम हेरिटेज स्कूल पानीपत के कॉमर्स विभाग के प्राध्यापक धीरज बरेजा थे। इस कार्यशाला में अध्यापकों को नई एजुकेशन पॉलिसी सें परिचित करवाया करवाया गया, ताकि इन नियमों को ध्यान में रखकर विद्यार्थियों का बेहतर विकास किया जा सके। अध्यापकों के साथ न केवल नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के सिद्धांतों पर चर्चा की गई, बल्कि उन सिद्धांतों को असली रूप देने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया इस नई शिक्षा नीति का उद्देश्य प्राथमिक से माध्यमिक स्तर की शिक्षा को सार्वभौमिक रूप से सुलभ बनाना, प्राद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना, सभी छात्रों के लिए समान अवसर प्रदान करके सभी स्तरों पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करवाना हैं।

उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थाओं द्वारा ऐसा पाठ्यक्रम तैयार किया जाए जिसमें शिक्षण प्रक्रिया आनंदमयी और अंतर्मन को आकर्षित करने वाली होनी चाहिए। डिजिटल और ऑनलाइन शिक्षा सीखने पर बल देना चाहिए।विद्यार्थियों को ऐसे मौके दिए जाने चाहिए जिसमें वे रटने की बजाय हर बात को तर्क के आधार पर सोचने के लिए तैयार हो सके। छात्रों की परख अब रटने रटाने वाली परिपाटी के आधार पर नहीं बल्कि रचनात्मकता के आधार पर होगी।

कलात्मक योग्यता बढ़ाने में सहायक सिद्ध
इस दौरान छात्रों की विशिष्टता को भी पहचाना जाएगा। इस प्रकार की क्रियाएं विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास करने के साथ साथ उनकी कलात्मक योग्यता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी। विद्यालय की प्रधानाचार्या रोहिणी दहिया ने एनईपी के सिद्धांतों पर चर्चा करने के लिए रिसोर्स पर्सन का तथा उपस्थित अध्यापकों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं विद्यार्थियों की बेहतरी के लिए अत्यंत आवश्यक है।