फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल में मौजूद मृतक बबलू के परिजनों ने बताया कि देर रात पावटा गांव में बबलू की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि देर रात उन्हें इस बात की सूचना मिली थी कि बबलू अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर किसी वारदात को अंजाम देने जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें रुकने के लिए कहा।
पुलिस के मुताबिक जब उन्होंने गाड़ी में सवार तीनों युवकों को रुकने के लिए कहा तो उन्होंने पलट कर क्राइम ब्रांच की टीम पर फायरिंग कर दी जो गाड़ी में लगी। जिसके बाद पुलिस ने इनका पीछा किया और बाद में जब रोकने की कोशिश की तो एनकाउंटर के दौरान युवक की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक मृतक के पास से एक कट्टा बरामद हुआ है।

पुलिस के मुताबिक आरोपी दो मामलों में गिरफ्तार हुआ था, जबकि दो अन्य मामलों में फरार चल रहा था। काबू किए गए दो अन्य आरोपियों से 2 पिस्तौल बरामद हुई। पूछताछ में उनकी पहचान अनूप उर्फ छलिया तथा अरविंद के रूप में हुई। आरोपी अनूप फरीदाबाद के डबुआ तथा अरविंद राजीव कॉलोनी का रहने वाला है। आरोपी अनूप उर्फ छलिया, नरेश भाकरी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। अभी जमानत पर बाहर आया था। मृतक आरोपी के खिलाफ मुजेसर, सारण तथा सेक्टर 58 थाने में लूट, स्नैचिंग व लड़ाई झगड़े के 4 मुकदमें दर्ज हैं।

जब तक इंसाफ नहीं मिलता, तब तक नहीं उठाएंगे बॉडी
वहीं मृतक के परिजन पुलिस पर उसकी हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनके बेटे को रोककर गोली मार दी, जबकि वह निर्दोष था। परिजनों के मुताबिक जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलता, तब तक वह डेड बॉडी को नहीं उठाएंगे। मामले की सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन देर रात हुए से एनकाउंटर के बाद पूरे शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है ।