हरियाणा के करनाल में पर्यावरण के बिगड़ते हालातों के बाद प्रदूषण नियंत्रण विभाग सख्त हो चुका है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को 10-10 लाख रुपए के नोटिस थमा दिए हैं। एचएसवीपी की जमीन पर बुधवार को दो जगह कचरा जलने की घटना हुई। इसमें पहला स्थान सेक्टर 12 में जीटी रोड पर और दूसरा स्थान सेक्टर 32 था।
इन दोनों ही स्थान पर कचरा जलता हुआ मिला। इसको प्रदूषण विभाग ने गंभीरता से लिया और सख्ताई के साथ एक्शन लिया। वातावरण दूषित हो रहा है तो धुआं छोड़ने वाले वाहनों व पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों पर भी पाबंदी लगा दी गई है। पाबंदियों का असर विकास पर भी पड़ा है। करीब 300 करोड के विकास कार्य प्रभावित हो चुके है।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के कायदे कानूनों की पालना करना अनिवार्य
बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड किसी तरह की नरमी के मूड में नजर नहीं आ रहा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के कायदे कानूनों की पालना अनिवार्य कर दी गई है। धुआं फैलाने वाले वाहनों पर तुरंत पाबंदी लगा दी गई है। इसके साथ ही बीएस 4 की श्रेणी में आने वाले वाहन भी रोक के दायरे में हैं। उन सरकारी बसों की भी सड़क पर दौड़ने पर बैन लगा दिया गया है, जो वातावरण को दूषित करती है। यही नहीं अगर हालात ज्यादा बिगड़ते है तो स्कूल कॉलेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों को अपने लेवल पर ही छुट्टी करने का फैसला छोड़ा गया है।
प्रदूषण फैलाने के सभी कार्यों पर लगाई रोक
बीते दिनों डीसी अनीश यादव ने भी संबंधित अधिकारियों की बैठक ली थी। जिसमें उन्होंने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेशों की पालना कंपलसरी की है। अगर कोई भी आदेशों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक है। ऐसे में प्रशासन भी किसी तरह से प्रदूषण नहीं फैलाना चाहता। जिसका नतीजा यह सामने आया है कि विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे है। एक अनुमान के अनुसार करीब 300 करोड़ के विकास पर असर हुआ है। जिसमें छोटे से लेकर बड़े बड़े कार्य शामिल है। चाहे व सरकारी काम हो या प्राइवेट काम। चाहे वह बिल्डिंग का काम हो या फिर हाईवे के निर्माण का काम। सब पर रोक लगा दी गई है।
इन कार्यों पर हुआ असर
1. स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत निर्माणाधीन 106 करोड़ रुपए का मिक्स्ड यूज डेवलपमेंट प्रोजेक्ट।
2. 34 करोड़ रुपए तैयार होने वाले रि-डेवलपमेंट ऑफ कर्ण स्टेडियम।
3. करनाल के सेक्टर-32 में करीब 37 करोड़ रुपए बनने वाले इनडोर स्पोर्ट्स सुविधा केंद्र, कैलाश हॉकी स्टेडियम सहित शहर में निर्माणाधीन करीब 95 सड़कों के कार्य पर रोक लग गई है।
आंखों में जलन और सांस में आ रही दिक्कत
किसान लगातार फसल अवशेषों में आग लगा रहे है। जिसकी वजह से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। भूमि की उपजाऊ शक्ति तो कम हो रही है। साथ ही धुआं हवा में घुलकर आंखों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। जिससे आंखों में जलन व सांस के मामले भी बढ़ते जा रहे है। हालांकि प्रशासन पहले से ही किसानों को फसल अवशेषों में आग न लगाने के लिए प्रेरित करती आई है लेकिन प्रशासन आदेशों का किसानों पर कोई असर नहीं है। आग के मामले में रुकने का नाम नहीं ले रहे है
खुले में आग लगाने पर भी होगी कार्रवाई
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति खुले में आग लगा रहा है और उस पर कार्रवाई के आदेश है। उन्होंने बताया कि बुधवार शाम को HSVP विभाग को 10 -10 लाख का नोटिस जारी किया गया है। उनकी जमीन पर कचरा जल रहा था।