हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विवादों में घिरे आईपीएस हेमंत कलसन को समय से पहले रिटायर करने की सिफारिश करने के बाद अब गृहमंत्री अनिल विज ने कलसन को बहाल करने की सिफारिश कर दी है। गृहमंत्री की सिफारिश के बाद उन्हें बहाल करने के बारे में मुख्यमंत्री को अब अंतिम फैसला लेना है। कलसन की फाइल सीएम तक पहुंच गई है। हालांकि अभी तक सीएम ने उनकी फाइल पर कोई फैसला नहीं किया है।
प्रदेश के चर्चित आईपीएस हेमंत कलसन ने इसी वर्ष जनवरी में कथित रूप से शराब के नशे में पंचकूला के पिंजौर निवासी महिला के घर में जबरन घुसकर मारपीट करने का आरोप लगा था। शराब के नशे में मारपीट का यह कोई पहला मामला नहीं था। इससे पहले भी हेमंत ने सेक्टर-6 नागरिक अस्पताल में नर्स के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा था। पिंजौर में एक दुकानदार को पीटने का भी मामला दर्ज हुआ था। इसके अलावा शराब के नशे में मां-बेटी के साथ मारपीट का मामला भी हेमंत कलसन पर दर्ज है।
हेमंत कलसन की आए दिन आ रही शिकायतों को देखते हुए सरकार ने प्री-मैच्योर रिटायरमेंट देने की सिफारिश रुल 18 (3) ऑल इंडिया सर्विसेज डेथ कम रिटायरमेंट बेनिफिट्स के तहत की थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी कमेटी की सिफारिश को मंजूरी दे दी। अभी तक सरकार की ओर से उनके प्री मैच्योर रिटायरमेंट को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
गृह मंत्री के समक्ष शराब छोड़ने का दिया था हवाला
इस बीच गत दिवस आईपीएस हेमंत कलसन ने हाल ही में गृहमंत्री अनिल विज के सामने एक प्रेजेंटेशन दी थी। इसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने शराब छोड़ दी है और अपने व्यवहार में भी परिवर्तन लाए हैं। इसके बाद उन्होंने विज से एक मौका मांगा था। विज ने भी प्रेजेंटेशन के आधार पर उन्हें एक मौका देने की मुख्यमंत्री से सिफारिश की है। अब इस मामले में अंतिम फैसला होगा, वह मुख्यमंत्री लेंगे।