Gurugram जब भी भारत में महंगी प्रॉपर्टी की बात होती है, तो आमतौर पर मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली का नाम सबसे पहले आता है। लेकिन अब हरियाणा का गुरुग्राम (Gurugram) इन शहरों को टक्कर ही नहीं दे रहा, बल्कि कई मामलों में पीछे भी छोड़ चुका है।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम में अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी की कीमतें सिर्फ एक साल में 55% तक बढ़ चुकी हैं। यह दर गोवा से तीन गुना और मुंबई से पांच गुना ज्यादा है।

कैसे बढ़े गुरुग्राम में प्रॉपर्टी के दाम
विशेषज्ञों का मानना है कि गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल की कई वजहें हैं, जिनमें- लग्जरी सुविधाओं वाले नए प्रोजेक्ट्स की बाढ़, ग्राहकों को आसान भुगतान विकल्प, देश-विदेश की बड़ी कंपनियों का गुरुग्राम की तरफ आकर्षण, एक्सप्रेसवे, मेट्रो और एयरपोर्ट से बेहतरीन जुड़ाव आदि शामिल हैं।

मुंबई और बेंगलुरु को कैसे छोड़ा पीछे
एक रिपोर्ट के अनुसार जहां गुरुग्राम में अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी की कीमतें 55% तक बढ़ीं, वहीं मुंबई में यह वृद्धि मात्र 10% और बेंगलुरु में 25% रही। नोएडा की भी रफ्तार गुरुग्राम के मुकाबले काफी कम रही, जहां कीमतें केवल 16% बढ़ीं। गुरुग्राम सिर्फ अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी में ही नहीं, बल्कि तैयार हो चुकी प्रॉपर्टी के दामों में भी सबसे आगे है। तैयार प्रोजेक्ट्स में 24% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि नोएडा में यह दर 16% रही।

गुरुग्राम के पेंटहाउस ने लुटियंस दिल्ली को भी पछाड़ा
गुरुग्राम अब दिल्ली के लुटियंस जोन (Lutyens Zone) को भी टक्कर देने लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम में एक पेंटहाउस 150 करोड़ रुपये में बिका, जो दिल्ली के कई प्रीमियम इलाकों से भी महंगा है।

क्या आगे भी जारी रहेगी ये ग्रोथ
रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि गुरुग्राम की कीमतें अभी और बढ़ सकती हैं। बढ़ती मांग और नए प्रोजेक्ट्स के कारण आने वाले सालों में भी यहां इन्वेस्टमेंट का अच्छा स्कोप रहेगा। गुरुग्राम अब सिर्फ एक कॉरपोरेट हब नहीं रहा, बल्कि यह भारत में सबसे महंगी प्रॉपर्टी मार्केट के रूप में उभर रहा है। यहां के प्रीमियम इलाकों में रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं।