हरियाणा और पंजाब के किसानों ने चंडीगढ़ में 3 दिनों तक विरोध प्रदर्शन कर रोष जताने का फैसला लिया है। जिसको देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोकने की तैयारी कर ली है। प्रदर्शनकारियों को चंडीगढ़ शहर में नहीं घुसने दिया जाएगा, बल्कि उन्हें बॉर्डर पर ही रोका जाएगा। इसके लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की तैयारी की है और एक एडवाइजरी जारी की है।
बता दें कि चंडीगढ़ में 26, 27 और 28 नवंबर को होने वाले प्रदर्शन के लिए किसानों ने मोहाली और पंचकूला में एकत्रित होने का निर्णय लिया है। उनका माकसद चंडीगढ़ की सीमा में पहुंचना है, लेकिन पुलिस ने इसको रोकने का इरादा किया है। इस मुद्दे पर पुलिस अधिकारियों की मोहाली और पंचकूला के साथ बैठक हुई है। जिसमें रणनीति पर चर्चा हुई है। 25 नवंबर से 28 नवंबर तक चंडीगढ़ में होने वाले प्रदर्शन के पीछे का मुख्य कारण है। केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों का आंदोलन है।
कुछ सड़के की जाएगी बंद
किसानों का आरोप है कि केंद्र सरकार ने उनके साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किया है और उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसलिए, वे चंडीगढ़ में एक बड़े आंदोलन का आयोजन कर रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने लोगों को एक एडवाइजरी जारी करके सलाह दी है। पुलिस ने बताया कि 25 नवंबर से 28 नवंबर तक कुछ सड़कें बंद की जाएंगी और लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।
पुलिस ने एडवाइजरी की जारी
इस दौरान कुछ रास्ते खुले रहेंगे, लेकिन लोगों को एयरपोर्ट, एयरोसिटी, और बेस्टेक मॉल की तरफ जाने के लिए अल्टरनेट रास्तों का चयन करना होगा। मोहाली पुलिस ने भी इस मामले में एडवाइजरी जारी की है और ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। किसानों के आंदोलन के कारण चंडीगढ़ में ट्रैफिक व्यवस्था में कुछ बदलाव हो सकते हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।