मिलावटखोर लगातार सक्रिय हो रहे हैं। खाने पीने की वस्तुओं की बात हो या फिर किसानों को खेतों में पैदा होने वाले अनाजों को कीड़ों से बचाने के लिए दवाइयां हो। करीबन डेढ़ महीने से गांव अकबरपुर बरोटा में सल्फास की नकली गोलियां बनाने का अवैध कारोबार शुरू किया जा रहा था और जहां रोहतक के रहने वाले एक कारोबारी गांव अकबरपुर बारोटा में किराए की फैक्ट्री में 50 से ज्यादा लेबर से अवैध और नकली दवाइयां बनाने का कार्य करवा रहा था। जहां कृषि एवं किसान कल्याण विभाग सोनीपत के अधिकारी और उनकी टीम ने सूचना के आधार पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान फैक्ट्री में हड़कंप मच गया। मौके पर लेबर काम छोड़कर निकल गई।
सोनीपत के कुंडली थाना के अंतर्गत गांव अकबरपुर बरोटा में नकली सल्फास की दवाईयों की फैक्ट्री और गोदाम पकड़ा गया है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग सोनीपत के अधिकारियों की टीम ने फैक्ट्री और गोदाम पर कई घंटो तक छापेमारी कर कार्रवाही की है। छापेमारी के दौरान कई हजार तैयार नकली सल्फास की पेटियां, दवाई पेकिंग वाले खाली हजारों कंटेनर, यूरिया खाद के 150 से ज्यादा कट्टे, मैन्युफैक्चरिंग मशीन और पेकिंग मशीन भी बरामद की गई है। आमतौर पर सल्फास अनाज के गोदाम में लगने वाले कीड़ों और खेतों में चूहों की रोकथाम के लिए भी टिकिया विष निवारण पोटेशियम के रूप में प्रयोग किया जाता है। मौके पर पुलिस की टीम के साथ सैंपलिंग के साथ-साथ कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और गोदाम को सील किया गया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
यूपीएल कंपनी के मार्का की बन रही थी दवाई
छापेमारी के दौरान टीम ने देखा कि लेबर की जिंदगी से भी खिलवाड़ हो रहा था और मानकों का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था। जहां इस दौरान जहरीला पदार्थ जिंदगी भी ले सकता है। कंपनी संचालक द्वारा किसी भी प्रकार की कोई परमिशन विभाग से नहीं ली हुई थी। मौके पर किसी भी प्रकार के कोई लाइसेंस या दस्तावेज भी नहीं पाए गए हैं। फैक्ट्री में सल्फास की नकली दवाई की बड़ी खेप के साथ यूपीएल कम्पनी के मार्का से बनी हुई दवाइयां भी मौके पर पाई गई है। यूपीएल कम्पनी की 700 से ज्यादा पेटीयां मिली है।
जोरों से चल रहा था पैंकिग का काम
फैक्ट्री में एक तरफ जहां मैन्युफैक्चरिंग हो रही थी तो दूसरी तरफ पैकिंग का काम जोरों से चल रहा था। वहीं फैक्ट्री में अन्य कई प्रकार का केमिकल भी ड्रामों में रखा हुआ मिला है। नकली सल्फास की नकली गोलियां व अन्य दवाई पैकिंग कर गोदाम में रखी हुई थी। वहीं कृषि विभाग की टीम ने अलग-अलग दवाइयों के सैंपल लिए हैं और उन्हें टेस्टिंग के लिए लैब में भेजना सुनिश्चित किया है। मौके पर कुंडली थाना पुलिस ने भी कृषि विभाग अधिकारी की शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है और कंपनी गोदाम को सील कर दिया गया है। फिलहाल पूरे मामले को लेकर कुंडली थाना पुलिस जांच कर रही है और आरोपी फैक्ट्री संचालक की तलाश में जुड़ चुकी है।