भाजपा-जजपा पर भड़के रणदीप सुरजेवाला, महाभारत की भूमि से दिया श्राप

कुरुक्षेत्र कैथल बड़ी ख़बर हरियाणा

कैथल शहर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और अब मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के पेपर और भविष्य को मनोहर लाल खटृर और दुष्यंत चौटाला मंडी में बोली लगाकर बेचते है।

इसलिए सत्ता के दरवाजे पर वो पैदल चलकर पहुंचे है। उस जालिम का दरवाजा खटखटाने के लिए झोली फैलाकर उन बच्चों के लिए हमारी बेटियो-बेटों के लिए न्याय मांगने के लिए नौकरी न दो, मौका तो दो नौकरी में बैठने का, मौका भी छीन रहे हो।

सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा-जजपा के राक्षसों, राक्षस हो तुम लोग, भाजपा को जो वोट देता है और जो भाजपा का समर्थक है, वो राक्षस प्रवृति का व्यक्ति है। मैं महाभारत की भूमि से श्राप देता हूं, अगर पूछना है तो बच्चों के मां-बाप से पूछो, जो कहते है कि नौकरी जब मिलेगी, मिल जाएगी, पेपर में बैठने का मौका तो दो।

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भाजपा बांटने के नाम पर करती है सत्ता हासिल

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और अब मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनाव प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कुरुक्षेत्र के नीलकंठ यात्री निवास में जिले के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ की बैठक ली। इस मौके पर जिले के सैंकड़ों बुद्धिजीवी, रणदीप सिंह सुरजेवाला के समर्थक और कांग्रेस के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा की नीतियों पर प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा बांटने के नाम पर सत्ता हासिल करती है, जबकि कांग्रेस ने हमेशा जोड़ा।

25 रूपये में झंडा बेचने पर की बीजेपी की कड़ी आलोचना

बाद में पत्रकारों से बातचीत में रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा की तिरंगा यात्रा में राशन के डिपो पर 25 में झंडा बचने के मुद्दे पर बीजेपी की कड़ी आलोचना की। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा को इस मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि उस संगठन से भाजपा का नाता रहा है, जिसने कई साल तक तिरंगे को सम्मान भी नहीं दिया था।

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असंसदीय भाषा है, निश्चित रूप से हम संज्ञान लेंगे

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और अब मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की कही बात पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राक्षस प्रवृति परिवार में जन्मा ये व्यक्ति ही ये सोच सकता है। इस प्रकार की अभद्र भाषा बोलना, ये मैं समझता हूं, असंसदीय भाषा है, निश्चित रूप से हम इसका संज्ञान लेंगे।