नवीन जयहिंद आज मीडिया के साथ रोहतक के राजीव गांधी स्टेडियम में पहुंचे और उन्होंने उन जगहों को दिखाया जहां पर यह युवा नशा करने का घिनौना काम करते हैं। जयहिंद ने सरकार पर भी सवाल खड़ा किया।
उन्होंने कहा की प्रदेश में शराब के ठेकों की संख्या तो 10000 है जबकि वीटा के दूध बूथों की संख्या लगभग 300 है। अब ऐसे में सरकार कैसे नशा खत्म करने का दावा कर रही है। क्योंकि सरकारी खजाने को भरने के चक्कर में शराब के ठेकों के माध्यम से नशा परोसा जा रहा है और मुख्यमंत्री साइक्लोथोन यात्रा निकाल कर नशे को रोकने की बात कह रहै हैं।
राजीव गांधी स्टेडियम बना नशे का अड्डा, नवीन जय हिंद ने उठाई आवाज
नवीन जयहिंद का कहना है कि नशा किस तरह से युवाओं पर हावी होता जा रहा है इसका उदाहरण आज देखने को मिला और जगह भी ऐसी जहां पर युवा अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए जाते हैं। हम बात कर रहे हैं रोहतक के राजीव गांधी स्टेडियम की। जहां कई ऐसी जगह बनी हुई है, जहां युवा इंजेक्शन के माध्यम से सिंथेटिक नशा ले रहे हैं और उसकी गवाही भी वह जगह दे रही है जहां खाली सिरिंज इतनी तादाद में पड़ी हुई है कि देखने वाला सोचने पर मजबूर हो जाए। इसलिए जयहिंद सेना सुप्रीमो और सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जयहिंद ने इस मुद्दे को उठाया है।
नशे के खिलाफ अभियान नहीं छेड़ने होगा युद्ध : नवीन जयहिंद
नवीन ने कहा कि सरकारी खजाने को भरने के चक्कर में शराब के ठेकों के माध्यम से नशा परोसा जा रहा है और मुख्यमंत्री साइक्लोथोन यात्रा निकाल कर नशे को रोकने की बात कह रहै हैं। जबकि जो कदम उठाए जाने चाहिए वह नहीं उठ रहे। प्रदेश में लगभग सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2 लाख के करीब पद खाली पड़े हैं और युवा रोजगार के लिए चक्कर काट रहे हैं और जब किसी को रोजगार नहीं मिलता है तो स्वाभाविक है वह नशे की तरफ रुख करेगा। उन्होंने सरकार से अपील की है कि नशे के खिलाफ अभियान नहीं युद्ध छेड़ने होगा और उस युद्ध में वे सरकार के साथ हैं।