Haryana Politics : हरियाणा में जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बेशक मतदान एक महीने से ज्यादा समय बाद होगा, लेकिन राजनीतिक पार्टियों के नेताओं में एक-दूसरे पर पलटवार कर्म गरमाता जा रहा है। बुधवार को रोहतक में भारतीय जनता पार्टी के रोहतक लोकसभा से प्रत्याशी डॉ. अरविंद शर्मा द्वारा पत्रकारों के सामने प्रस्तुत किए आंकड़ों पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए।
इस दौरान कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने केवल अखबार का हवाला देकर कहा कि उन्होंने अखबार में छपी हुई खबर के आधार पर सांसद निधि वितरण की बात कही थी। कांग्रेस पार्टी काम के आधार पर लोगों से वोट मांग रही है। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी द्वारा गुलाबी गैंग के विरोध पर उन्होंने कहा कि वह आज भी लोगों से अपील करते हैं कि लोग किसी भी प्रत्याशी का विरोध न करें, बल्कि अपनी नाराजगी का वोट से जवाब दें। आचार संहिता लगने के बाद किसी भी सरकारी और अर्ध सरकारी भावनाओं में कोई भी प्रत्याशी अपना चुनाव पर प्रचार नहीं कर सकता। यह आचार संहिता के स्पष्ट निर्देश हैं, लेकिन आज अपने निवास स्थान रोहतक में पत्रकारवार्ता में दीपेंद्र हुड्डा ने कल वाली बात पर फिर बोल दिया कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में उनका कार्यक्रम रोका गया है।
बता दें कि रोहतक लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ने कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर जमकर हमला बोला था। वहीं पत्रकारवार्ता के दौरान दीपेंद्र हुड्डा के आरोप का जवाब उन्होंने आंकड़ों से प्रस्तुत किया था। जब दीपेंद्र हुड्डा से पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने एक अखबार में छपी खबर का हवाला देकर कहा कि उन्होंने खबर के आधार पर अरविंद शर्मा द्वारा सांसद निधि का कम इस्तेमाल करने की बात कही थी। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस शासन के 10 साल के कार्यकाल में हुए कामों के आधार पर वह जनता से वोट मांगने जा रहे हैं।
दीपेंद्र से पत्रकारों ने जब टिकट वितरण में हो रही देरी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि सभी सीटों पर लगभग सहमति बन चुकी है और जल्द ही हाईकमान सभी टिकटों के लिए जिताऊ उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करेगी। दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा के कार्यक्रमों के विरोध पर डॉ. अरविंद शर्मा द्वारा गुलाबी गैंग को जिम्मेदार बताने पर उन्होंने कहा कि वह लोगों से अपील करना चाहते हैं कि किसी भी पार्टी के प्रत्याशी का विरोध ना करें, बल्कि अपनी वोट से प्रत्याशियों को जवाब दें।
उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता में स्पर्श निर्देश हैं कि कोई भी प्रत्याशी किसी भी सरकारी और अर्ध सरकारी भवन में चुनावी जनसभा नहीं कर सकता है, लेकिन उन्हें कल महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में रोके गए। दीपेंद्र हुड्डा ने कार्यक्रम पर आज फिर दोहराते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में उनका कार्यक्रम जानबूझकर रोका गया है।