निजी स्कूल में 9वीं कक्षा के छात्र की बेरहमी से पिटाई, परिजनों ने करवाया मामला दर्ज

रोहतक

रिठाल गांव का रहने वाला आर्यन रोहतक शहर के चमरिया रोड पर स्थित सांगवान इंटरनेशनल स्कूल में नौवीं कक्षा का छात्र है। जिसे परिजनों ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। परिजन और छात्र का आरोप है कि बेवजह उसे बेरहमी से स्कूल में प्रिंसिपल और पीटीआई अध्यापक ने पीटा है। जिसके चलते उसे तो उठने बैठने में भी तकलीफ हो रही है। फिलहाल परिजनों ने इस संबंध में पुलिस को शिकायत दे दी है। यही नहीं परिजनों का तो यह भी कहना है कि स्कूल प्रशासन अब उन पर समझौते का दबाव बना रहा है, लेकिन वे चाहते हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

आर्यन ने बताया कि स्कूल में कुछ बच्चे सिगरेट पी रहे थे और उन्होंने अध्यापकों के सामने मेरा नाम यह कहकर ले दिया कि उन्होंने सिगरेट आर्यन से ली है। जिसके बाद प्रिंसिपल ने मुझे ऑफिस में बुलाया और मारपीट करनी शुरू कर दी। डंडे और लात घुसो से प्रिंसिपल के साथ-साथ पीटीआई ने भी मुझे बेरहमी से पीटा है। जबकि सिगरेट से मेरा कोई लेना देना नहीं है। हालांकि मैंने अध्यापकों के सामने यह भी कहा कि मैने कोई सिगरेट लाकर नहीं दी, लेकिन उन्होंने नहीं माना। इसके बाद मुझे कहा गया कि तुझे सिगरेट लाने की हां भरनी होगी। जिसके बाद मैने मार के डर से सिगरेट लाने की हां भरी।

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मेरे पूरे शरीर पर मार के निशान : आर्यन

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पीड़ित आर्यन ने बताया कि प्रिंसिपल ने फोन कर घर वालों को भी स्कूल में बुलाया और जब मैं घरवालों से बाहर जाकर बात करने लगा तो मुझे घर वालों से बात नहीं करने दी, लेकिन घर जाकर मैंने सारी बात घर वालों को बताई तो उन्होंने मुझे अस्पताल में भर्ती कराया है। आर्यन ने कहा कि मेरे पूरे शरीर पर मार के निशान है और मुझे उठने बैठने में भी तकलीफ हो रही है।

मुझे नहीं पता था स्कूल में इस तरह के जल्लाद है : पिता

पिता अमरजीत ने कहा कि वह तो बच्चे को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि स्कूल में इस तरह के जल्लाद हैं। उन्होंने कहा कि बेटे की कोई गलती नहीं थी, फिर भी अध्यापकों ने उसे बेरहमी से पीटा है और अब धमकी देकर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं, जिसका वीडियो भी उन्होंने बनाया है।

जांच में गुम चोट का ज्यादा असर : सीएमओ

उन्होंने कहा कि अध्यापकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दे दी है और वे चाहते हैं कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें पुलिस पर पूरा विश्वास है कि कार्रवाई जरूर होगी। सिविल अस्पताल के सीएमओ डॉ. पुष्पेंद्र ने कहा कि यह बच्चा उनके पास भर्ती हुआ है और प्रारंभिक जांच में गुम चोट का ज्यादा असर दिखाई दे रहा है और उन्होंने शिकायत के आधार पर एमएलडी काट दी है।