हरियाणा के रोहतक जिले के रहने वाले युवा बॉक्सिंग खिलाड़ी सागर चौहान ने थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित प्रोफेशनल बॉक्सिंग मुकाबले में पाकिस्तान के बॉक्सिंग चैंपियन अलीवाज को नॉकआउट कर वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किया। यह मुकाबला 30 जनवरी से 1 फरवरी के बीच हुआ था, जिसमें सागर ने अलीवाज को 7वें राउंड में नॉकआउट कर दिया। अलीवाज आज तक अपनी किसी भी फाइट में नहीं हारा था, लेकिन सागर ने उसे चैलेंज स्वीकार कर वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब भारत के नाम किया।
परिजनों ने किया जोरदार स्वागत
सागर चौहान के वर्ल्ड टाइटल जीतने के बाद रोहतक लौटने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। सागर के परिजनों और समर्थकों ने दिल्ली बाईपास से लेकर वाल्मीकि चौक तक शानदार जुलूस निकाला। जुलूस के दौरान सागर ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर मालार्पण किया।
सागर चौहान की पारिवारिक पृष्ठभूमि
सागर ने बताया कि उनके पिता कुलदीप चौहान ऑटो चालक हैं, जबकि उनकी मां सोनू गृहिणी हैं। सागर के चाचा संजय और बड़े भाई साहिल दोनों बॉक्सिंग में सक्रिय रहे हैं, लेकिन चाचा संजय एक चोट के कारण बॉक्सिंग छोड़ चुके हैं। फिर भी, चाचा संजय ने हमेशा उन्हें प्रेरित किया।
आगे की चुनौती: डब्ल्यू-पीए वर्ल्ड टाइटल
सागर चौहान ने बताया कि वर्ल्ड बॉक्सिंग टाइटल जीतने से उन्हें बहुत खुशी है, लेकिन उनका अगला लक्ष्य डब्ल्यू-पीए वर्ल्ड बॉक्सिंग टाइटल जीतने का है, जो आज तक कोई भारतीय बॉक्सिंग खिलाड़ी नहीं जीत सका है। इस लक्ष्य को पाने के लिए उन्होंने आज से ही अपनी तैयारी शुरू कर दी है।