हरियाणा में करनाल में एक बड़ा हादसा हो गया है जिसमें श्यामगढ़ गांव में एक मकान के कमरे की कच्ची छत गिरने से मां और उसके तीन बच्चे मलबे के नीचे दब गए। इस हादसे में 5 साल के इकलौते मासूम की मौत हो गई जबकि जबकि अन्य दो बड़ी बहन व मां गंभीर रूप से घायल हो गई। इनका इलाज करनाल के अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी देते ग्रामीण गुरजीत ने बताया कि रात को महिला कमलेश अपने बेटे रितिक, बड़ी बेटी मनीषा व छोटी बेटी राशि के साथ कमरे में सो रही थी। आज सुबह करीब 6 बजे अचानक कमरे मे लगा छत का गाटर टूट गया और पूरा परिवार मलबे के नीचे दब गया। जब आसपास के लोगों ने धमाके की आवाज आई तो वह घरों से बाहर निकले तो मकान की छत गिरी हुई थी और बच्चों व महिला की चीखने की आवाज आ रही थी। तो ग्रामीणों ने तुरंत मलबे को हटाकर पूरे परिवार को बाहर निकाला और इलाज के लिए करनाल में लेकर आया गया है। जहां पर डॉक्टरों ने रितिक को मृतक घोषित कर दिया। जबकि दोनों बहनों को भी काफी गंभीर चोटें आई है। जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
मृतक का पिता चलाता है कंबाइन, मां दिहाड़ी मजदूरी करती है
गुरजीत ने बताया कि मृतक रितिक का पिता रामदास कंबाइन चलाता है। जबकि उसकी पत्नी कमलेश दिहाड़ी मजदूरी करती है। रामदास अभी धान को काटाई के लिए दूसरे राज्य में कंबाइन लेकर गाया हुआ था। हादसे के बाद रामदास को बेटे की मौत की सूचना दे दी गई है। जो अब करनाल वापस आ रहा है। मृतक के परिजनों ने बताया कि रितिक दो बहनों में इकलौता भाई था। उसकी बड़ी बहन मनीषा(13) व 7 वर्षीय (7) राशि है। सबसे छोटा रितिक था। बेटे की मौत के बाद परिवार में मातम पसर गया।
कई बार भर चुके थे ग्रांट के लिए फॉर्म
मृतक रितिक के परिजनों ने बताया कि काफी समय रामदास का मकान जर्जर हालत में था। कई बार उसने प्रधानमंत्री गृह आवास योजना के तहत कच्चे मकान को पक्का करवाने के लिए फार्म भी भरे। लेकिन आज तक ग्रांट नहीं आया। कई बार सरपंच के पास भी गया। लेकिन हर बार आश्वासन दिया जाता था। लेकिन ग्रांट किसी ने नहीं दिलवाया।
पुलिस कर रही मामले की जांच
तरावड़ी थाना के एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हादसे में बच्चे की दो बड़ी बहने है जिनको ज्यादा चोटें आई है। जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। पुलिस इस मामले में हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है।