Kisan Andolan 2 Live Updates : किसानों के दिल्ली कूच के दौरान हरियाणा-पंजाब सीमा के शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के प्रभाव से पानीपत के समालखा जीआरपी थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत हो गई। जिला सोनीपत के खरखौदा वार्ड 10 निवासी हीरालाल समालखा जीआरपी चौकी में तैनात थे। किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद वह शंभू बॉर्डर पर फोर्स के साथ गए थे। उनकी मौत के बाद एसआई हीरालाल का खरखौदा में अंतिम संस्कार किया गया। वहीं पुलिस कर्मी की मौत से परिवार में गमगीन माहौल है।
गौरतलब है कि पुलिस एसआई हीरालाल की मौत पर परिवार में मातम छा गया है। मूलरूप से खरखौदा निवासी हीरालाल (52) समालखा जीआरपी थाना में सब इंस्पेक्टर थे। उनकी समालखा जीआरपी चौकी में ड्यूटी थी। परिजनों का कहना है कि हीरालाल को करीब 3-4 दिन पहले ही समालखा चौकी से अंबाला भेजा गया था। परिजनों की जानकारी के मुताबिक किसानों के दिल्ली कूच के चलते उनकी ड्यूटी शंभू बॉर्डर पर लगाई गई थी। एसआई हीरालाल शंभू बॉर्डर पर मोर्चा संभाले हुए थे।
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही किसानों और पुलिस की झड़प के दौरान एसआई हीरालाल को आंसू गैस चढ़ गई। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अंबाला के नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां वीरवार देर शाम को उनकी मौत हो गई। उनकी मौत की सूचना मिलते ही परिवार के सदस्य अंबाला पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने एसआई हीरालाल का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने मृतक हीरालाल के शव का उनके पैतृक गांव खरखौदा में अंतिम संस्कार किया। इस दौरान राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं एसआई हीरालाल की मौत की सूचना मिलते ही परिवार और गांव में मातम छा गया।
इस संबंध में समालखा जीआरपी थाना प्रभारी सूरत पाल सिंह का कहना है कि सब इंस्पेक्टर हीरालाल को 3-4 दिन पहले ही अंबाला मुख्यालय भेजा गया था। मुख्यालय से उनकी ड्यूटी किसानों के दिल्ली कूच आंदोलन में लगाई गई थी। इसके बाद उन्हें शुक्रवार को हीरालाल की मौत की सूचना मिली है। ऐसे वक्त में जीआरपी पीड़ित परिवार के साथ है।
किसान प्रदेशभर में आज निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च, कल बैठक में लेंगे आगामी निर्णय
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने शुक्रवार को टोल फ्री के दौरान शनिवार को प्रदेशभर में ट्रैक्टर मार्च निकालने का आह्वान किया था। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा था कि शनिवार 17 फरवरी को प्रदेशभर के सभी शहरों में किसान ट्रैक्टर मार्च निकालकर सरकार को मांगें पूरी करने के लिए जगाने का काम किया जाएगा। इसके बाद रविवार 18 फरवरी को सभी किसान संगठनों, खापों, मजदूर संगठनों, टोल कमेटी और नगर कमेटियों की संयुक्त रूप से कुरुक्षेत्र में बैठक की जाएगी। बैठक में सभी मिलकर आगामी रणनीति तैयार करेंगे।
इस दौरान किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी पानीपत के टोल प्लाजा पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्वक है। किसानों का उपद्रव फैलाने का कोई उद्देश्य नहीं है। इसके लिए मीडिया के माध्यम से प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है। किसान भी प्रशासन को सहयोग करने के लिए तैयार हैं। हमारी सरकार से यही मांग है कि किसानों के साथ बैठकर बातचीत की जाए और उनकी मांगों को जल्द पूरा किया जाए।
किसान नहीं, किसान नेताओं में है मनमुटाव, हम आंदोलन के साथ : गुरनाम चढूनी
गुरनाम सिंह चढ़ूनी का कहना है कि वह फिलहाल हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर नहीं जा रहे हैं। हरियाणा में ही किसानों का समर्थन करके उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि जो आपसी मनमुटाव है तो किसान नेताओं के बीच है। किसानों में कोई आपसी मनमुटाव नहीं है। सभी किसानों के साथ हैं। सरकार के साथ हो रही बैठकों को लेकर गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि रविवार को होने वाली बैठक में मैं अभी तक शामिल नहीं हूं। इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान वर्ग की मांगों को लेकर उनके साथ खड़े हैं। सरकार को जल्द किसानों की मांगों पर विचार कर उन्हें मानना चाहिए।