जिला सिरसा के गांव से मौजूदा सरकार में डिप्टी सीएम, बिजली मंत्री सहित 5 विधायक हैं। विधायक चौटाला के गांव में पीने के पानी के लिए लोगों को डीजल खर्च पर लगभग 600 रुपए प्रति टैंकर खरीदना पड़ रहा है।
गांव में प्रशासन के सदस्य होने के बाद भी आज तक पीने के पानी की समस्या का समाधान नही हुआ है। इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है 5 विधायक होने के बावजूद भी लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा। जबकि प्रशासन चुनाव के दौरान लोगों से उनकी आम जरूरत को पूरा करवाने का ढिंढोरा पीटती है।
मुखिया भूप सिंह टाक 700 रुपए देकर पानी की पूर्ति कर रहे
एक खेती करने वाला मजदूर मजदूरी करने के बाद संकरी गलियों से ट्रैक्टर पर टैंकर मांगकर उसमें डीजल डलवाकर अपने पीने का पानी लाता है, लेकिन ये सब प्रशासन को दिखाई नहीं देता। मुखिया भूप सिंह टाक कांकरिया बास के रहने वाले है उन्हेने बताया कि किस प्रकार घरों में डीजल के 700 रुपए देकर पानी का प्रबंध करते हैं।
भालाराम ने कहा कि पांच विधायकों के गांव मे रहने के बावजूद यह हाल है तो बाकी गांवों का क्या हाल होगा। दया राम, जयनारायण, राजेंद्र, मोहित आदि ने बताया कि गांव वाले पिछले एक महीने से यह सब कुछ सहन कर रहे हैं। पानी की समस्या के चलते कोरोनाकाल में गांव में अनेक मौत हुई तो हमने पानी के सैंपल पब्लिक हेल्थ विभाग से चेक करवाए थे। लेकिन अभी तक गांव में पीने के लिए यही पानी दिया जा रहा है।
गांव के लोगों पर मंडरा रहा खतरा
एक खेती करने वाला मजदूर मजदूरी करने के बाद संकरी गलियों से ट्रैक्टर पर टैंकर मांगकर उसमें डीजल डलवाकर अपने पीने का पानी लाता है।।
लेकिन आधे गांव को तो यह पानी भी नहीं मिल पा रहा है। इसी खराब पानी से गांव में बीमारियां फैलने का खतरा मंडरा रहा है। विभाग को पानी सप्लाई करने वाले ट्यूबवेलों का सैंपल लेना चाहिए। पानी 150 टीडीएस का ही पीने लायक होता है। 2000 टीडीएस का पानी पीने लायक नही होता। जिससे मवेशियो का भी बीमार होने का खतरा मंडरा रहा है।