प्रशासनिक अधिकारियों को माननीयों की सुरक्षा और यातायात की चिंता इतनी ज्यादा है कि रात में भी काम करने से गुरेज नहीं करते हैं। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और बिजली मंत्री रणजीत सिंह के आवास की सुरक्षा के मद्देनजर रातों रात प्रशासन ने रोड पर लोहे के एंगल लगा दिए।
लेकिन दो कॉलोनियों को जोड़ने वाली सड़क पिछले कई सालों से टूटी हुई है। 500 मीटर की दूरी में 100 से ज्यादा गड्ढे बने हैं। इसकी अब तक कोई सुध नहीं ली गई है। इसके चलते राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
मुख्यमंत्री की साइक्लोथॉन को देखते हुए रातों रात लगे लोहे के एंगल
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और बिजली मंत्री रणजीत सिंह के आवास की सुरक्षा के मद्देनजर रातों रात प्रशासन ने रोड पर लोहे के एंगल लगा दिए। पहले भूमण शाह चौक व किसान चौक पर लोहे के एंगल लगाकर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रण करने का काम किया गया। इस कदम को शहीद भगत सिंह स्टेडियम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साइक्लोथॉन कार्यक्रम की सुरक्षा से जोड़कर देखा जा रहा है।
नगर परिषद कई सालों से नहीं ले रहा कोई सुध
इसके उल्टा दोनों माननीयों के आवास की ओर जाने वाली सड़क पिछले कई सालों से टूटी हुई है। इस सड़क बनाने की जहमत न माननीयों ने उठाई है और न ही नगर परिषद अधिकारियों ने सुध ली है। लोगों की माने तो इस सड़क को लेकर कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया है, लेकिन किसी ने कोई कदम नहीं उठाया। हालात यह है कि मुख्य हिसार रोड से जुड़ने वाली इस सड़क के दो साल से गड्ढे तक प्रशासन ने नहीं भरे हैं।
15 साल पहले सड़क का हुआ था निर्माण
हिसार रोड से बिजली मंत्री आवास के समक्ष से गुजरने वाली रोड का निर्माण करीब 15 वर्ष पहले हुआ था। अब इसकी हालात खस्ता हो चुकी है। इसके कारण शहर वासियों व आसपास के कॉलोनी वासियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कॉलोनी वासियों का कहना है सीसी की सड़क पर 50 लाख के आसपास की लागत आई थी।
रोड निर्माण को हाउस बैठक कर चुकी पास
रोड के निर्माण को हाउस की बैठक में पास करवाया जा चुका है। अभी तक इसका टेंडर नहीं हो पाया है। स्थिति खराब होने के कारण नगर परिषद अधिकारियों को भी इस संबंध में पत्र लिखा गया है। अभी तक कोई भी हल नहीं निकल पाया है। यहां पर सीवरेज लाइन भी नई डाली जानी है। रोड पर एंगल लगाने को लेकर जानकारी नहीं है। मामला अभी तक संज्ञान में नहीं आया है।