Haryana में नौतपा के नौवें दिन लोगों को थोड़ी राहत मिली है। शनिवार को कुछ जिलों में बारिश हुई, जिससे तापमान में थोड़ी कमी आई है। हालांकि सिरसा 48.2 डिग्री के साथ देश का सबसे गर्म स्थान बना हुआ है। वहीं प्रदेश के 13 जिलों में आज आंधी का अलर्ट(Alert) जारी किया गया हैं। उत्तर प्रदेश के झांसी में तापमान 46.9 डिग्री रहा और हरियाणा के रोहतक और राजस्थान के श्रीगंगानगर में तापमान 46.2 डिग्री दर्ज किया गया।
बारिश के बाद भी दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 3.4 डिग्री ज्यादा रहा। हरियाणा में 4 जून तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। उत्तर हरियाणा के जिलों को छोड़कर 13 जिलों में भीषण गर्मी के साथ गरज-चमक के बादल छाए रहेंगे। इस दौरान 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और कुछ जिलों में बूंदाबांदी से थोड़ी राहत मिलेगी। पिछले 24 घंटे में हुई बारिश का हाल इस प्रकार है: हिसार में 3.8 मिलीमीटर, रोहतक में 2.5 मिलीमीटर, गुरुग्राम में 0.5 मिलीमीटर, महेंद्रगढ़ में 7 मिलीमीटर, रेवाड़ी में 1 मिलीमीटर, और सिरसा में 6.5 मिलीमीटर बारिश हुई।
बारिश के बावजूद रात के न्यूनतम तापमान में कोई खास फर्क नहीं पड़ा। दादरी में रात का न्यूनतम तापमान 33.9 डिग्री दर्ज किया गया, जो सबसे ज्यादा था। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से थोड़ी राहत मिली है। हरियाणा के कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, और चरखी दादरी में अलर्ट है। पानीपत, सोनीपत और रोहतक में दिन और रात दोनों समय भीषण गर्मी रहेगी। इसलिए इन जिलों में भी यलो अलर्ट जारी किया गया है।
शरीर को रखें हाइड्रेटेड
गर्मी से बचने के लिए लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। यदि बाहर जाना आवश्यक हो, तो छाते या टोपी का उपयोग करें और पानी पीते रहें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि वे गर्मी के प्रभाव में जल्दी आ सकते हैं। घर में भी पंखे, कूलर या एयर कंडीशनर का उपयोग करें और खिड़कियों पर पर्दे लगाएं ताकि धूप सीधे अंदर न आ सके।
पानी-तरल पदार्थों का करें सेवन
सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने भी सलाह दी है कि लोग दोपहर के समय घर के अंदर रहें और बाहर निकलने से बचें। अधिक गर्मी होने पर लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए हल्के और ढीले कपड़े पहनें। नियमित रूप से पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें। जिन लोगों का बाहर काम करना जरूरी है, वे हर थोड़ी देर में ब्रेक लें और छांव में आराम करें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे खेतों में काम करने के समय सावधानी बरतें और सुबह या शाम के समय ही खेतों में जाएं। पशुओं को भी छांव में रखें और उनके लिए पानी की उचित व्यवस्था करें।