प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के व्यवहार और अस्पतालों की अनियमिताओं के कारण सरकार की छवि धूमिल हो रही हैं। जहां सोनीपत के नागरिक अस्पताल में डॉक्टर की कार्यशैली के कारण मरीज खुश नहीं होते। नागरिक अस्पताल में तैनात डॉक्टर अपना प्राइवेट हॉस्पिटल चलाते हैं।
वही नागरिक अस्पताल के सीएमओ जय किशोर मामले को लेकर जानकारी लेनी चाहिए। मीडिया के सामने बोलने से मना कर दिया है। नागरिक अस्पताल में डॉक्टरर्स की मिलीभगत के कारण मरीज को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। आरोप यह भी लगाए गए हैं कि सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर किया जाता है। प्रदेश की 11 हॉस्पिटल की सूची में सोनीपत के नागरिक अस्पताल का भी जिक्र किया गया है और हाल में ही स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक की तरफ से भेजे गए सभी सिविल सर्जनों के लेटर में डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सिफारिश की गई है।
जानकारी के मुताबिक के सोनीपत के नागरिक अस्पताल में तैनात ईएनटी डॉक्टर प्रदीप लाकड़ा अपनी सीट पर नहीं बैठते। जिसकी वजह से मरीजों को परेशान नहीं उठानी पड़ती है। डॉ प्रदीप लाकड़ा पर यह भी आरोप है कि मरीज के प्रति उनका व्यवहार ठीक नहीं रहता है। स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त निदेशक के द्वारा सिविल सर्जनों की लेटर में डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर कहा गया।
डॉक्टर चला रहे खुद का प्राईवेट अस्पताल व मेडिकल स्टोर
गौरतलब है कि सोनीपत में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है। सोनीपत में एमआरआई की सुविधा उपलब्ध नहीं है। सोनीपत के काफी ऐसे डॉक्टर हैं, जो निजी क्षेत्र में अपने अलग से हॉस्पिटल चलते हैं। डॉक्टर अलंकृता गेरा का लिस्ट में जिक्र किया गया है कि पुष्पांजलि अल्ट्रासाउंड नजदीक दिल्ली कैंप में चलाती हैं। वहीं डॉक्टर सुशील मान कटालिया पर भी आरोप हैं कि अग्रसेन चौक पर खुद का हॉस्पिटल चलाती हैं। वहीं डॉ. राजेश सिंघल सोनीपत के गीता भवन रोड पर स्वयं राज मेडिकल स्टोर पर बैठते हैं।