भारतीय किसान नौजवान यूनियन के किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि जब तक सरकार किसानों को अधिग्रहण की गई जमीन का मुआवजा बढ़ाकर नहीं देगी, तब तक किसान रेलवे लाइन नहीं बिछने देंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून में जो संशोधन अगस्त 2021 में हरियाणा विधानसभा में किए गए थे, वह सभी संशोधन वापस लिए जाएं। हरियाणा में पुनः जमीन अधिग्रहण के समय किसानों को कलेक्टर रेट से 4 गुणा मुआवजा और 70 फीसदी किसानों की लिखित सहमति के प्रावधान बनाए जाएं।
सोनीपत के खरखौदा स्थित पिपली टोल पर शनिवार को भारतीय किसान नौजवान यूनियन की ब्लॉक स्तरीय बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता यूनियन के ब्लॉक प्रधान बेदी दहिया और संचालन जिला कोऑर्डिनेटर इंद्रजीत राणा ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए ब्लॉक प्रधान बेदी दहिया ने कहा कि पिछले 8 महीने से किसान धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है। जिसका खामियाजा आगामी चुनावों में भाजपा को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों का मुआवजा नहीं बढ़ाया जाएगा, तब तक रेलवे लाइन नहीं निकलने दी जाएगी, चाहे उसके लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। उन्होंने कहा कि 10 सितम्बर को गोहाना पंचायत में किसानों ने भाजपा पर ‘वोट की चोट’ करने का फैसला लिया है। उस फैसले को ब्लॉक के सभी गांवों में लागू किया जाएगा।
यूनियन के जिला कोऑर्डिनेटर इंद्रजीत राणा ने कहा कि अभी फसल कटाई का समय आ गया है, इसलिए अगले 1 महीने तक सप्ताह में दो दिन (बुधवार और रविवार) किसान धरने पर पहुंचेंगे। फसल कटाई के बाद धरने को रेगुलर किया जाएगा। किसान राजसिंह दहिया ने बताया कि बाजरे की फसल की कटाई शुरू हो चुकी है, लेकिन सरकार बाजरा नहीं खरीद रही है। जिससे किसानों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि मंडियों में बाजरे की खरीद शुरू की जाए, अन्यथा किसान एकजुट होकर सरकार के खिलाफ सख्त फैसला लेंगे। बैठक में अजीत दहिया तुर्कपुर, विकास राणा सोहटी, कर्मबीर दहिया, बिजेंद्र दहिया, प्रवीण दहिया, रोहताश दहिया, रविंद्र दहिया, कृष्ण दहिया, बुधराम सिंह, रामकुंवार दहिया, जिला प्रवक्ता विजय दहिया और जयप्रकाश दहिया मौजूद रहे।