सोनीपत का नागरिक अस्पताल कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। नागरिक अस्पताल में सैंकड़ों मरीज प्रतिदिन अलग-अलग ओपीडी में जान हथेली पर रखकर इलाज करने के लिए पहुंचते हैं। नागरिक अस्पताल क़े आपातकालीन कमरे और एंट्री गेट की छत कई महीनों से टपक रही है।
नागरिक अस्पताल की बिल्डिंग जिन पिलर्स पर खड़ी हुई है। उनमें दरार आ चुकी है और उनका सरिया बाहर निकालने के कारण पिलर भी जर्जर हो रहे हैं। दरार आए पिलर पर चार मंजिली जर्जर बिल्डिंग भी खड़ी हुई है। जिंदगी और मौत के बीच नागरिक अस्पताल में कैसे इलाज करवाने लोग पहुंच रहे हैं। हमारे संवाददाता ने ग्राउंड जीरो पर जाकर जायजा लिया है।

ओपीडी बिल्डिंग का टूट कर गिर रहा प्लास्टर
अगर आप सोनीपत के नागरिक अस्पताल में इलाज करने के लिए जा रहे हैं, तो आपकी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। ऐसा हम नहीं बल्कि यहां की बिल्डिंग की तस्वीर बयां कर रही है। नागरिक अस्पताल आपके इलाज के लिए सुरक्षित नहीं है, क्योंकि आपातकालीन कक्ष से लेकर अलग-अलग ओपीडी की बिल्डिंग का प्लास्टर टूट कर गिर रहा है। आपातकालीन में मरीज का इलाज सुरक्षा में नहीं, बल्कि टपकती हुई छत के नीचे हो रहा है। आप देख सकते हैं कि किस प्रकार से छत से पानी टपक रहा है और पानी को एक बाल्टी में इकट्ठा किया जा रहा है।

एक्स-रे मशीन भी रहती है खराब, दवाईयों का टोटा
बदहाल हॉस्पिटल केवल जर्जर बिल्डिंग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि नागरिक अस्पताल में जहां एक्स-रे मशीन खराब रहती है। गर्भवती महिला वह अन्य लोगों को अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर जाकर टेस्ट करवाना पड़ता है। अस्पताल में दवाइयां का टोटा रहता है, महंगी दवाइयां मेडिकल स्टोर से खरीदने को मजबूत रहते हैं। बदहाल बिल्डिंग में कर्मचारी और डॉक्टर भी डर क़े में काम करने को मजबूर है…