Sonipat के सुभाष स्टेडियम में बुधवार को जिला स्तरीय गीता जयंती समारोह का भव्य समापन हुआ। BJP प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने दीपोत्सव में दीप जलाकर मंगलकामना की और समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी के जीवन से दुख और संकट के अंधकार को मिटाने तथा सुख-समृद्धि से सभी का जीवन प्रकाशित होने की प्रार्थना की।
गीता का महत्व: जीवन जीने की कला
समारोह में मुख्य अतिथि मोहनलाल बड़ौली ने गीता को सिर्फ धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला बताया। उन्होंने कहा कि गीता का संदेश हमें कर्मयोग का मार्ग दिखाता है, जो शांति और संतुष्टि की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि गीता युवाओं के लिए मार्गदर्शक है और उन्हें जीवन के उतार-चढ़ाव से निपटने की प्रेरणा देती है।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि गीता हमें यह भी सिखाती है कि हमें कर्म करते रहना चाहिए, लेकिन उसके फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। हमें अपने कर्मों के प्रति निष्काम भाव रखना चाहिए। आज के युवाओं के लिए गीता एक मार्गदर्शक का काम करती है। यह उन्हें जीवन के उतार-चढ़ाव से निपटने की शक्ति देती है। गीता हमें सिखाती है कि कैसे हम अपने मन को शांत रख सकते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
हरियाणा सरकार द्वारा भी गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कुरूक्षेत्र में हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश-विदेश से लाखों लोग कुरूक्षेत्र के पावन धरती पर पहुंचकर गीता के संदेश के साथ-साथ हरियाणा की संस्कृति से भी रूबरू होते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ही पहल है जो अब गीता जयंती समारोह को प्रतिवर्ष जिला स्तर पर भी आयोजित किया जा रहा है।
दीपोत्सव और शोभायात्रा
कार्यक्रम स्थल पर 1000 दीयों से रोशन दीपोत्सव में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं ने भाग लिया। गीता पर आधारित नगर शोभायात्रा का आयोजन भी हुआ, जिसमें शहर के मुख्य चौराहों पर लोगों ने इसका स्वागत किया। समारोह के दौरान विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी, जिनमें विशेष रूप से गीता का संदेश निहित रहा।
साथ ही उन्होंने प्रदेश की संस्कृति को प्रदर्शित करते कार्यक्रमों की भी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। पद्म विभूषण अवार्डी सुभाष चंद्र घोष ने भी अपनी बेहतरीन प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहा। दीपोत्सव में भी स्कूली छात्राओं ने 1000 दीये जलाने में विशेष रूप से सहयोग दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
समारोह में गीता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। स्कूली छात्र-छात्राओं और चंडीगढ़ से आए कलाकारों ने मनोहारी प्रस्तुतियां दीं। पद्म विभूषण सुभाष चंद्र घोष की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। समारोह के दौरान विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी, जिनमें विशेष रूप से गीता का संदेश निहित रहा। साथ ही उन्होंने प्रदेश की संस्कृति को प्रदर्शित करते कार्यक्रमों की भी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी।
सम्मान समारोह
समापन कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को भी विशेष सम्मान दिया गया।
मानव सेवा और योजनाओं का संगम
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग ने शुगर और रक्तजांच की सुविधाएं दीं। विभिन्न विभागों ने सरकारी योजनाओं की जानकारी साझा की और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। स्वास्थ्य विभाग ने मौके पर ही लोगों की शुगर व रक्तजांच करते हुए उचित परामर्श दिया। विभिन्न विभागों ने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए उनका लाभ उठाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया। वहीं, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं ने विभिन्न माध्यमों से मानव सेवा का संदेश प्रसारित किया जिसमें पर्यावरण संरक्षण विशेष रूप से शामिल रहा।
आभार व्यक्त
समापन समारोह के अंत में अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी और नगराधीश रेणुका नांदल ने सभी का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन डा. सुभाष सिसोदिया ने किया।
सम्मानित समाजसेवी एवं अधिकारी:
मोहन सिंह मनोचा, शशिकरण नासा, नरेन्द्र भुटानी, प्रवीण वर्मा, संजय सिंगला, वाईके त्यागी, रविन्द्र सरोहा, सुरेश कालरा, दिनेश तनेजा, ऊषा भंडारी, और अन्य गणमान्य व्यक्ति।