Rewari पुलिस की CIA-3 टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया गया। आरोपियों के पास से पांच देसी कट्टे, 18 जिंदा कारतूस, एक चोरी करने वाला हथियार, और एक ईको कार बरामद की गई।
प्रमुख खुलासे:
- गिरोह के खिलाफ राजस्थान, हरियाणा, और यूपी सहित अन्य राज्यों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
- रेवाड़ी जिले में 24 से अधिक चोरी की वारदातों का खुलासा हुआ है।
- पिछले तीन साल से यह गिरोह सक्रिय था और दिन में रेकी कर रात में चोरियों को अंजाम देता था।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
डीएसपी रविंद्र कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि कोसली CIA पुलिस को सूचना मिली थी कि देहलावास नहर के पास एक ट्यूबवेल के कमरे में कुछ युवक लूट की योजना बना रहे हैं। CIA टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच युवकों को दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:
- देवेंद्र उर्फ सुभाष उर्फ मोटा (निवासी: नजफगढ़, दिल्ली)
- जगदीश उर्फ लंबू उर्फ काली (निवासी: सिल्वर सिटी पावी सादकपुर, गाजियाबाद)
- प्रेम पाल उर्फ लीला (निवासी: गाजियाबाद)
- मुकेश उर्फ रामू उर्फ भोपाल (निवासी: मोहल्ला सबूल गढ़ी, गाजियाबाद)
- राज (निवासी: रूध इकरन, राजस्थान)
आरोपियों की गतिविधियां:
देवेंद्र, राज, प्रेम पाल और जगदीश रेवाड़ी के शेखपुर में रह रहे थे, जबकि मुकेश धारूहेड़ा के सोहना रोड पर किराए के मकान में रह रहा था। ये सभी बंद मकानों को निशाना बनाकर दिन में रेकी करते थे और रात में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।
पुलिस कार्रवाई जारी:
गिरोह के सभी आरोपियों पर राजस्थान और यूपी में 20 से 25 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस गिरोह के अन्य अपराधों और साथियों के बारे में पूछताछ कर रही है। रेवाड़ी पुलिस ने इस सफलता को क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है और भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रखने की बात कही।