लोकसभा चुनाव में सोनीपत की सीट पर BJP लोकसभा प्रत्याशी मोहनलाल बड़ोली की हार के बाद मोहनलाल बडोली ने भीतरघात के आरोप अपनी ही पार्टी की गन्नौर से सिटिंग एमएलए पर आरोप लगाए थे। तब से लेकर अब तक दोनों पक्ष हमलावर थे।
कुछ समय पूर्व मोहनलाल बडोली की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति होने के बाद इनका पलड़ा भारी हो गया था लेकिन एक बार फिर गन्नौर की विधायिका के सुर बदलते हुए नजर आ रहे हैं। और उन्होंने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली पर जम कर निशाना साधा है।
कांग्रेस के बाद अब भाजपा की भी आपसी गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही। जहां गन्नौर से भाजपा विधायक निर्मल रानी का बयान सामने आया है कि भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष पर एक बड़ी जिम्मदारी का पद होता है।
लेकिन मोहनलाल बड़ौली ने उनकी विधानसभा में टिकट के दावेदार की टिकट मिलने से पहले ही कार्यालय का उद्घाटन करवा दिया है। उन्होंने साफ करते हुए कहा कि अगर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष में हिम्मत है तो अपनी राई विधानसभा के अतिरिक्त भाजपा ने प्रदेश स्तर पर 39 विधानसभाओं में भी किसी टिकटार्थी के कार्यालय का उद्घाटन करके दिखाएं।
निर्मल चौधरी ने मंगलवार को गन्नौर में अपने आवास पर प्रेसवार्ता के दौरान उन्होने बताया कि विधायक भाजपा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है, लेकिन प्रदेशाध्यक्ष ने गला घोटने वाला काम कर रहे हैं। जो एक पार्टी के लिए सकारात्मक संदेश नहीं है क्योंकि टिकट मांगना सभी का अधिकार है और टिकट पर फैसला पार्टी हाईकमान को करना है।
उन्होंने कहा कि वह जब से गन्नौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गई है। तब से लेकर अब तक अपने कार्याकाल में पार्टी के लिए ईमानदारी से काम किया और आज तक करती आ रही हैं। उन्होंने खुलासा किया कि जो तहसीलदार बगैर एनओसी के रजिस्ट्री करवाता हुआ उन्होंने मौके पर पकड़ा था उसको सस्पेंड करवाया है।