पीडब्ल्यूडी कार्यालय पर ग्रामीण और पार्षद भैंसे को लेकर पहुंचे, जहां पर अनोखे ढंग से प्रोटेस्ट किया गया है, अधिकारी के कार्यालय के सामने खड़ी हुई गाड़ी से भैंसे को बांधकर प्रोटेस्ट किया है। सड़कों की बदहाली को लेकर यह प्रोटेस्ट हुआ है, बार-बार अधिकारियों के दरवाजे पर अर्जी लगाने के बाद भी सड़कों का निर्माण कार्य नहीं हो रहा परेशान होकर ग्रामीणों ने अधिकारी के कार्यालय के सामने भैंसे को बांधकर जमकर प्रोटेस्ट किया है और जल्द से जल्द सड़क निर्माण कार्य की मांग की है।
ग्रामीण और शहरी स्तर पर कई सड़क मार्ग अपने बदहाली के आंसू रो रहे हैं और जिसके चलते ग्रामीणों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। गांव से शहर की तरफ आने के लिए 10 मिनट के रास्ते को 40 मिनट में जाकर तय करते हैं। सड़कों में कई फुट गहरे गड्ढे हैं।
जिसके कारण आए दिन सड़क हादसे होते हैं और इसी को लेकर कई बार प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है और प्रशासन आश्वासन के नाम पर यही कहता है कि टेंडर हो चुका है, लेकिन 2 मानसून बीत जाने के बाद भी टेंडर पर काम नहीं शुरू हो पाया।
ग्रामीणों ने नारेबाजी के साथ किया प्रोटेस्ट
जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा पीडब्ल्यूडी कार्यालय पर पार्षद संजय बड़वासनी की अगुवाई में अनोखे ढंग से प्रदर्शन किया गया है और जहां अधिकारी की गाड़ी के साथ भैंसे को बांधा गया है। काफी देर तक के ग्रामीणों में नारेबाजी के साथ प्रोटेस्ट किया। जहां अधिकारी को मौके पर बुलाने के लिए जमकर नारेबाजी की।
मौके पर सूचना पाकर अधिकारी मौके से कार्यालय छोड़कर निकल गए। लेकिन ग्रामीणों द्वारा ऐलान किया गया है कि प्रशासन समय रहते हुए सड़क का निर्माण कार्य करें, नहीं तो कार्यालय पर ताला भी जड़ा जाएगा।
सैंकडों मरीज गुजरते है मुख्य मार्ग से
पुरखास रोड खानपुर पीजीआई को जोड़ता है और प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इसी मुख्य मार्ग से होकर गुजरते हैं, लेकिन शहर से निकलते ही गांव जटवाड़ा में पिछले कई महीनों से सीवर लाइन दबाने को लेकर बदतर हालात हैं। पैदल निकलने का भी रास्ता नहीं है।
वही गांव ठरू उल्देपुर, शहजादपुर,सांदल खुर्द,किलोहड़द मार्ग समेत कई सड़क मार्ग बदहाली में है और कई फुट गहरे गड्ढे बने हुए हैं। बारिश के समय सड़कें तालाब बन जाती हैं, लेकिन बावजूद इसके प्रशासन ने कोई भी सुध नहीं ली है और वही पैच वर्क के नाम पर भी बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया गया है और उसकी भी जांच की मांग पार्षद और ग्रामीणों ने उठाई है।